JAMMU:- कश्मीर में लगातार जारी हिंसा के मामले पर अलगाववादी और ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस के नेता मिरवाइज उमर फारुख ने केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उमर ने कहा कि जब आप लोगों को बोलने नहीं दोगे, तो वो पत्थर फेंक कर ही अपनी बात कहेंगे। इसके साथ ही उमर ने कहा कि कश्मीर को नई दिल्ली से सड़क और टनल नहीं चाहिए, जो बार-बार ऐसे ऑफर ले आते है।
मिरवाइज उमर फारुख ने अपने बयान में पीएम नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी ने अटल बिहारी वाजपेयी की ‘मानवता पहले’ की नीति से पूरी तरह से मुंह मोड़ लिया है। फारुख ने कहा कि बीजेपी सरकार ने चीजें काफी मुश्किल बना दी हैं और नई दिल्ली दिखाना चाहती है कि कश्मीर में अराजकता का माहौल है और कोई किसी की नहीं सुनता। करीब से देखने पर आपको पता चलेगा कि लोग हुर्रियत कांफ्रेंस द्वारा जारी कैलेंडर्स का सख्ती से पालन करते हैं और साथ ही उमर ने कहा कि बातचीत के लिए किसी का भी स्वागत है, हर कोई कश्मीर के मसले का समाधान चाहता है।
उमर ने मौजूदा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हमारा सरकार से अनुरोध है कि लोगों को शांतिपूर्वक अभिव्यक्त करने दें। लोगों को अपनी अभिव्यक्ति का पूरा मौका मिलना चाहिए. यहां लोगों को बोलने का मौका नहीं मिलता। छात्र राजनीति जैसा भी यहां कुछ नहीं है, अगर आप लोगों को बोलने और चर्चा नहीं करने देंगे तो वो पत्थरों के जरिए अपनी बात कहेंगे।