नई दिल्ली: मुसलमानों के भाजपा को वोट नहीं देने के बावजूद उन्हें सुरक्षा और सम्मान देने के कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद के बयान से राजनीतिक विवाद गरम हो गया है। विपक्षी दलों ने रविशंकर को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि केंद्रीय मंत्री के तौर पर उनका बयान आपत्तिजनक है।
कांग्रेस और माकपा के साथ एआइएमआइएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने कानून मंत्री पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा नहीं बल्कि संविधान ने सुरक्षा और सम्मान का यह हक प्रदान किया है। उधर, कानून मंत्री ने इस मामले पर कहा कि मोदी सरकार समावेशी समाज में विश्वास करती है।
कांग्रेस ने प्रसाद के बयान को भाजपा की अल्पसंख्यक समुदाय के प्रति खास अलग नजरिये का प्रतीक बताते हुए कहा कि कानून मंत्री के रुख से साफ है कि उनकी पार्टी देश के बहुलवादी लोकतंत्र में विश्वास नहीं रखती। पूर्व केंद्रीय मंत्री कांग्रेस नेता शकील अहमद और सलमान खुर्शीद ने रविशंकर के बयान को अनुचित करार दिया।
शकील अहमद ने कहा कि भाजपा को लगता है कि जब मुसलमान उसे वोट नहीं देते तो फिर मुख्तार अब्बास नकवी और शाहनवाज हुसैन जैसे मुस्लिम नेताओं को दिखावे के लिए रखने का क्या औचित्य है। बेहतर होगा भाजपा इन्हें अपनी पार्टी से बाहर कर दे।
वहीं सलमान खुर्शीद ने कानून मंत्री को आत्मनिरीक्षण करने की नसीहत देते हुए कहा कि जब भाजपा को लगता है कि मुसलमान उसे वोट नहीं देते तो ऐसी बात करने के बजाय इसके पीछे क्या कारण हैं इस पर गौर करना चाहिए।
कानून मंत्री के इस बयान को विवाद का विषय बनाए जाने पर भाजपा नेताओं ने भी विपक्ष को आड़े हाथों लिया है। इन नेताओं का कहना है कि भाजपा से पहले केंद्र में शासन कर चुकी सरकारें भी धर्म और समुदाय के आधार पर नीतियां बनाकर शासन करती रही हैं। पूर्ववर्ती संप्रग सरकार ने तो बाकायदा कम्यूनिटी बजटिंग की नीति अपनाई थी।
दूसरी तरफ विवाद गरमाने पर रविशंकर प्रसाद ने ट्वीट के जरिये साफ किया कि वे देश की विविधिता में विश्वास रखते हैं और मोदी सरकार देश के समावेशी समाज में विश्वास करती है। हर भारतीय चाहे वह हिंदू हो, मुसलमान हो, ईसाई हो या किसी भी वंचित समुदाय का हो, सबका विकास हमारी प्राथमिकता है। हम लोगों के विकास को वोट बैंक के पैमाने से नहीं मापते।
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने भी प्रसाद पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि उनका बयान सरकार के मंत्री के नाते शोभा नहीं देता। उन्होंने कहा कि कानून मंत्री का यह दावा कि भाजपा सुरक्षा और सम्मान दे रही है हास्यास्पद है क्योंकि सभी नागरिकों को संविधान ने यह मूलभूत गारंटी दी है और इसे सुनिश्चित करना किसी भी सरकार की पहली जवाबदेही।
ओवैसी ने कहा कि हमने सुरक्षा और सम्मान दिया यह कहने वाली भाजपा कौन होती है? ओवैसी ने कहा कि यह हक तो संविधान ने दिया है।