हजारीबाग: बड़कागांव के महुदी गांव में मंगलवार को लगभग 11 बजे दिन में मंगला जुलूस का नेतृत्व कर रहे भाजपा नेता यशवंत सिन्हा सहित 200 लोगों को पुलिस ने आंगनबाड़ी के समीप बैरिकेटिंग के पास गिरफ्तार कर लिया। सदर विधायक मनीष जायसवाल को रात दो बजे ही गिरफ्तार कर लिया गया था। इनमें से लगभग 45 लोगों को पुलिस ने हजारीबाग के डेमोटाड़ कृषि अनुसंधान प्रशिक्षण केंद्र को कैंप जेल बना कर रखा है। इस क्रम में पुलिस ने महुदी में आक्रोशित लोगों को तितर-बितर करने के लिए 14 राउंड आंसू गैस के गोले दागे। खदेड़ कर लोगों को भगाया। इससे नाराज यशवंत सिन्हा ने कैंप जेल में भूख हड़ताल शुरू कर दी।
विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए गिरफ्तारी
मंगलवार को 4.30 बजे उपायुक्त के सभाकक्ष में डीसी एसपी की संयुक्त प्रेस गोष्ठी में एसपी ने बताया कि यशवंत सिन्हा द्वारा 1942 के बाद से महुदी में मुस्लिम मुहल्ले के बीच से होकर मंगला एवं रामनवमी जुलूस निकालने की घोषणा की गयी थी। इसे सफल बनाने के लिए प्रशासन ने आम सहमति के प्रयास किये। एक दर्जन बैठकें की गयीं। इन बैठकों में दोनों पक्षों के अलावा प्रशासन भी शामिल था, लेकिन बात नहीं बनी और ऐसे में यथास्थिति बनाये रखने की मजबूरी के तहत यह गिरफ्तारी की गयी है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तारी के बाद कुछ लोगों द्वारा हंगामा एवं पुलिस पर पथराव भी किया गया। इस घटना में रैफ के जवान रूपेश कुमार, पुलिस इंस्पेक्टर अखिलेश कुमार सिंह सहित महिला सिपाहियों को भी चोटें आयी हैं। डीसी ने कहा कि गिरफ्तारी सीआरपीसी की धारा 151, 1 के तहत की गयी है। आंगनबाड़ी से लेकर मिडिल स्कूल तक निषेधाज्ञा लागू थी।
प्रशासन का रवैया अच्छा नहीं : यशवंत
यशवंत सिन्हा ने कहा है कि प्रशासन का रवैया राम भक्तों के प्रति अच्छा नहीं था। लोगों को 3 बसों में गिरफ्तार कर लाया जा रहा था। इसमें एक ही बस के लोग कैंप जेल पहुंचे, बाकी को उधर ही उतार दिया गया। उनके साथ अच्छा बर्ताव नहीं किया गया। यह सरासर गलत है।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version