देवघर। बाबानगरी देवघर में 70 साल बाद संथाल के विकास की सशक्त नींव शुक्रवार को रखी गयी। मोमेंटम झारखंड के तहत दो साल के दौरान देवघर में फोर्थ ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का शुभारंभ सीएम रघुवर दास ने किया। इस मौके पर सीएम ने कहा कि विगत वर्ष 16-17 फरवरी को रांची में आयोजित ग्लोबल समिट में वादा किया गया है। निवेशकों के वादे के परिणामस्वरूप 60 हजार को प्रत्यक्ष और 1.75 लाख को परोक्ष रोजगार के अवसर सृजित होंगे। झारखंड समृद्ध राज्य है, लेकिन लोग गरीब हैं। बेरोजगारी और अभाव की जिंदगी जी रहे हैं। 67 साल से कोयला और लोहा की रॉयल्टी लोग खा रहे हैं। इसके बाद भी गरीबी, बेरोजगारी समाप्त नहीं हो रही है।
सीएम ने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने जिस सोच के साथ झारखंड अलग राज्य बनाया था, वह राजनीतिक अस्थिरता के कारण 14 साल में नहीं बन पाया। 2014 में पूर्ण बहुमत की सरकार बनी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव पूर्ण वादा किया था कि पूर्ण बहुमत दो, संपूर्ण विकास देंगे। स्थिर सरकार मिलने के साथ एक मजदूर को राज्य की सेवा का सौभाग्य मिला। उस मजदूर ने ठान लिया है कि राज्य से गरीबी, बेरोजगारी, अभाव की जिंदगी को समाप्त करना है।
सरकार की नीति और नीयत से हो रहा राज्य का विकास : सीएम ने कहा कि नारे और वादे से सरकार तो बनती है, लेकिन राज्य का विकास नहीं होता। राज्य का विकास उद्योग लगाने से होता है और उद्योग तभी लगते हैं, जब सरकार की नीति और नीयत ठीक रहती है। आज सरकार की नीति और नीयत के चलते ही उद्यमी खींचे चले आ रहे हैं। 2016 में उद्योग के लिए पॉलिसी बनायी गयी। ग्लोबल समिट से पहले पूरी तैयारी की गयी। पिछले 14 साल में खूब एमओयू हुए, लेकिन जमीन पर काम नहीं हुआ। इसका कारण नीतियों का नहीं बनना है। एक साल में इतनी जल्दी निवेशकों का झारखंड में आना ऐतिहासिक है। झारखंड एकमात्र ऐसा राज्य है, जहां एमओयू भी हो रहा है और धरातल पर एमओयू उतर भी रहा है। शिलान्यास भी हो रहा है।
इज आॅफ डूइंग बिजनेस में झारखंड सर्वोच्च पायदान पर : सीएम रघुवर दास ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आर्थिक सुधार की दृष्टि से पहली बार भारत 130वें पायदान से 100वें पर पहुंचा है। झारखंड का इसमें महत्वपूर्ण योगदान है। लगातार झारखंड इज आॅफ डूइंग बिजनेस में सर्वोच्च पायदान पर है। यह टीम झारखंड के कारण हो पाया है। आर्थिक विकास की दृष्टि से झारखंड गुजरात के बाद दूसरे नंबर पर है। झारखंड की विकास दर 8.6 है। यह लगातार जारी है। सीएम ने कहा कि अच्छी अर्थव्यवस्था एवं अच्छी राजनीति एक साथ झारखंड में चल रही है। निवेशकों का पसंदीदा स्थान झारखंड बन गया है। निवेशकों का आत्मविश्वास बढ़ा है। यही वजह है कि लगातार शिलान्यास हो रहा है। संथाल आजादी के इतने साल बाद भी पिछड़ा ही रह गया है। हमारी सरकार बनने के बाद इसके लिए विशेष प्रयास किये गये। संथाल के लिए विशेष योजना बनायी गयी। उसका क्रियान्वयन किया जा रहा है। सीएम ने कहा कि संथाल के विकास के लिए सरकार से जो भी सहयोग चाहिए, वह देगी।
सीएम का कमिटमेंट : सीएम ने कहा कि संथाल की बहनों द्वारा तैयार किया माल दुनिया में परचम लहरायेगा। 82 फीसदी कुकून झारखंड में है। सबसे ज्यादा इसका उत्पादन दुमका में होता है। तय किया है कि मयूराक्षी सिल्क के नाम से विश्व स्तर पर झारखंड के सिल्क की पहचान बनायेंगे। सीएम ने कहा कि औद्योगिकीकरण को लेकर प्रधानमंत्री के फाइव एफ मंत्र को झारखंड सरकार पूरा करेगी। सरकार निर्यात पॉलिसी बना रही है, ताकि झारखंड की सामग्री का निर्यात देश-विदेश में हो सके। सीएम ने कहा कि झारखंड अपार संभावनाओं वाला राज्य है। कोयला से लेकर हर चीज हमारे पास है। कोई कारण नहीं कि झारखंड देश का समृद्धशाली राज्य नहीं बने। 2020-21 तक झारखंड देश का सबसे विकसित राज्य होगा। आनेवाले सात-आठ सालों में झारखंड दुनिया का सबसे विकसित राज्य बनेगा। सीएम ने कमिटमेंट किया कि दस साल के भीतर दुनिया के विकसित राज्य के रूप में झारखंड को खड़ा करूंगा।
झारखंड में हर सेक्टर में काम की शुरुआत : सीएम ने कहा कि हर सेक्टर में सरकार काम कर रही है। चाहे वह कृषि आधारित उद्योग की बात हो या फिर इंडस्ट्री, फूड प्रोसेसिंग और आइटी की, हर क्षेत्र में काम की शुरुआत हो चुकी है। मध्यम एवं छोटे उद्योग में निवेश हो रहा है। मेरा मानना है कि बड़े उद्योग आवश्यक हैं, लेकिन झारखंड जैसे प्रदेश के लिए मध्यम, लघु और कुटीर उद्योग रीढ़ हैं। बेरोजगारी की समस्या को ठीक करना है, तो इन उद्योगों के माध्यम से ही ज्यादा रोजगार मिल सकता है। उदाहरण देते हुए सीएम ने कहा कि टेक्सटाइल के क्षेत्र में एक करोड़ के निवेश पर 70 लोगों रोजगार मिलता है।