नयी दिल्ली। लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण का मतदान मंगलवार को समाप्त हो गया। इस चरण में 15 राज्यों की 116 सीटों पर 63 फीसदी मतदान होने की खबर है। पश्चिम बंगाल में जहां बंपर मतदान (79 फीसदी) हुआ, वहीं कश्मीर में सबसे कम (34 फीसदी) वोटिंग हुई। बिहार में करीब 60 फीसदी मतदान हुआ। मतदान के दौरान हिंसा की छिटपुट खबरें मिली हैं। इनमें पश्चिम बंगाल में एक व्यक्ति की मौत हो गयी। तीसरे चरण के मतदान के बाद कई राजनीतिक दिग्गजों की किस्मत इवीएम में बंद हो गयी है। मतदान दौरान कई बूथों से इवीएम में खराबी की शिकायतें आयीं।
तीसरे चरण के प्रमुख उम्मीदवारों में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह (गांधीनगर), कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (वायनाड)और कई केंद्रीय मंत्री शामिल हैं। मतदान शुरू होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना वोट अहमदाबाद के एक बूथ पर डाला और कहा कि वोटर आइडी आतंकवादियों के आइइडी से अधिक शक्तिशाली है।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह गांधीनगर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने भी अहमदाबाद के एक बूथ पर अपना वोट डाला। गुजरात (26) और केरल (20) की सभी सीटों के अलावा कर्नाटक और महाराष्ट्र की 14-14, असम की चार, बिहार की पांच, छत्तीसगढ़ की सात, ओडिशा की छह, उत्तर प्रदेश की 10, पश्चिम बंगाल की पांच, गोवा की दो सीटों और दादर एवं नगर हवेली, दमन एवं दीव और त्रिपुरा की एक-एक सीट पर मतदान हुआ। त्रिपुरा पूर्व सीट के लिए भी मतदान हुआ, जहां पहले वोटिंग 18 अप्रैल को होने वाली थी। इसके साथ ही जम्मू कश्मीर में अनंतनाग लोकसभा सीट के एक हिस्से में भी वोटिंग हुई, जहां तीन चरणों में चुनाव हो रहा है। इसके साथ ही ओडिशा, गुजरात और गोवा की कुछ विधानसभा सीटों पर भी मतदान हुआ।
देश में कई बूथों पर लंबी कतारें देखी गयीं। केरल में मतदान केंद्रों के बाहर लंबी कतारें देखी गयीं, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं, वरिष्ठ नागरिक और पहली बार मतदान कर रहे मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। केरल से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, शशि थरूर और केंद्रीय मंत्री अल्फोंस कन्नमथनम प्रमुख उम्मीदवार हैं। वायनाड लोकसभा सीट से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मैदान में हैं।
हालांकि विभिन्न स्थानों से इवीएम में तकनीकी खराबी की शिकायतें आयीं, लेकिन गड़बड़ी ठीक होने के बाद मतदान शुरू हो गया। गुजरात में एक निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि कुछ बूथों पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (इवीएम) में तकनीकी खराबी की शिकायतें थीं। गर्मी के बावजूद राज्य में कई बूथों के बाहर लंबी कतारें देखी गयीं। राज्य के अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी अशोक मानेक ने कहा कि कुछ इवीएम को तकनीकी खराबी की शिकायतों के बाद बदल दिया गया। कुछ मतदान केंद्रों पर इवीएम में खराबी की खबरों के बीच मंगलवार को असम के चार लोकसभा क्षेत्रों में मतदाताओं ने वोट डाला। धुबरी, कोकराझार (सु), बारपेटा और गुवाहाटी संसदीय क्षेत्रों में अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए कुछ स्थानों पर सुबह से ही मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतारें लगी थीं। असम के पूर्व पुलिस महानिदेशक हरेकृष्ण डेका ने आरोप लगाया कि लक्षित नगर एलपी स्कूल में एक मतदान केंद्र पर वोट डालने के बाद वीवीपैट की जो पर्ची निकली, उस पर उनके द्वारा डाले गए वोट से उलट दूसरे उम्मीदवार का नाम था। डेका के आरोप पर निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि शिकायतकर्ता एक निर्धारित प्रारूप में पीठासीन अधिकारी को इस आशय का घोषणा प्रस्तुत करें और घोषणा की सत्यता साबित करने के लिए एक परीक्षण वोट दे।