कोरोना वायरस ना तो धर्म देखता है और ना ही उम्र। आज कोरोना वायरस से पूरा विश्व जुझ रहा है। उत्तर प्रदेश के आगरा से एक ऐसी घटना सामने आयी है जिसे सुन कर लोगों अपने आंसू नहीं रोक पा रहें है। कहते हैं कि छोटा बच्चा भगवन का सबसे खुबसुरत तौहफा होता है। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बन चुके आगरा में 23 दिन का बच्चा संक्रमित मिला है। सोमवार को उसकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जबकि उसके माता-पिता की जांच रिपोर्ट निगेटिव है। मासूम के चाचा में संक्रमण की पुष्टि हुई है।
ऐसे में चिकित्सकीय टीम के सामने यह चुनौती थी कि आइसोलेशन वार्ड में दुधमुंहे मासूम की देखभाल के लिए कौन रहेगा? इस पर मां ने पलभर में फैसला ले लिया। उसने साफ कह दिया कि वो अपने बेटे को अकेला नहीं छोड़ेगी। उसके साथ रहेगी और देखभाल करेगी।
स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सकीय टीम के पास भी कोई विकल्प नहीं था। इस पर उसे अनुमित दे दी गई। मां अपने कलेजे के टुकड़े को छाती से लगाकर आइसोलेशन वार्ड में लेकर आई। दोनों को अलग कमरे में रखा गया है। मां को सुरक्षा उपकरण दिए गए हैं।
संक्रमित महिला ने दिया बच्चे जन्म
सोमवार को एसएन मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती संक्रमित महिला ने बेटे को जन्म दिया। कोरोना वायरस की जांच के लिए नवजात का नमूना लिया गया है। उसकी रिपोर्ट अभी आई नहीं है। चिकित्सकीय टीम उस नवजात का ख्याल रख रही है।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version