ब्रिटेन सरकार को खुफिया सूचना मिली है कि कोरोना वायरस का संक्रमण पहले चीनी लैब से जानवरों में हुआ और उसके बाद वह इंसानों में फैला जो घातक रूप ले चुका है, जबकि कोरोना वायरस चीन के ऐनिमल मार्केट से फैला, इस पर अभी भी कई लोग भरोसा नहीं कर रहे हैं। खूफिया सूचना ने इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया है।
समिति ने लगाई मुहर : बोरिस जॉनसन द्वारा गठित आपात कमिटी कोबरा के एक सदस्य ने कहा कि पिछली रात मिली खुफिया सूचना मिली, जिसके मुताबिक इस बात को लेकर कोई दो राय नहीं है कि वायरस जानवरों से ही फैला है, लेकिन इस बात से भी इनकार नहीं किया गया है कि वायरस वुहान के लैब से लीक होकर ही सबसे पहले इंसानों में फैला था।
कोबरा को सिक्यॉरिटी सर्विस ने इस संबंध में डिटेल जानकारी दी है। इसने कहा, ‘वायरस की प्रकृति को लेकर एक विश्वसनीय वैकल्पिक विचार हैं। संभवतः यह महज संयोग नहीं है कि वुहान में लैब मौजूद हैं। इस तथ्य को छोड़ा नहीं जा सकता।’ वुहान में इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी मौजूद है। चीन में यह सबसे ऐडवांस लैब है। यह इंस्टिट्यूट जानवरों के बाजार से महज 10 मील दूर स्थित है।
पहले लैब स्टाफ कर्मचारियों में हुआ संक्रमण : ऐसी अपुष्ट खबरें भी आई थीं कि इंस्टिट्यूट के कर्मचारियों के ब्लड में इसका इन्फेक्शन हुआ और फिर इसने स्थानीय आबादी को संक्रमित किया है। वहीं वुहान सेटंर फॉर डिजिज कंट्रोल भी बाजार से तीन मील दूर है। माना जाता है कि यहां भी जानवरों जैसे चमगादड़ पर प्रयोग किए गए हैं, ताकि कोरोना वायरस के ट्रांसमिशन का पता चल सके।