गांव के गरीबों के लिए फरिश्ता बनी हेमंत सरकार
फ्री भरपेट भोजन पाकर खिले 1,22,774 के चेहरे
सरकार की महत्वाकांक्षी योजना की वाहक बनीं सखी मंडल की दीदियां
सीएम हेमंत सोरेन ने जनप्रतिनिधियों से मॉनिटरिंग का आग्रह किया
रांची। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन है। इस लॉकडाउन की सबसे ज्यादा मार मजदूरों, गरीबों और बेसहारा लोगों पर पड़ रही है। इन लोगों के लिए दो वक्त का खाना भी दुर्भर हो गया है। शहर में गरीबों की मदद के लिए देवदूत बनकर लोग आगे आ रहे हैं। सरकार भी मदद के लिए पूरी व्यवस्था कर रखी है। गांव में भी हेमंत सरकार का फोकस शुरूआत से रहा है। रविवार से इस कड़ी में एक बड़ी चीज जुड़ गयी है। वह है मुख्यमंत्री दीदी किचेन। इस व्यवस्था के जरिये उन परिवारों और लोगों के लिए हेमंत सरकार एक बार फिर फरिश्ता बन कर सामने आयी है, जिन्हें गांव में दो जून का भोजन नसीब नहीं हो रहा था। पहले ही दिन झारखंड के 3586 पंचायतों में इस व्यवस्था की शुरूआत की गयी। यहां से राज्यभर में 1,22774 लोगों ने मुफ्त में भरपेट किया। गांव-गांव में भरपेट भोजन फ्री में मिलने के बाद गरीबों के चेहरे पर खुशियां देखते बन रही थीं। भरपेट भोजन के बाद परिवार संग लोग अपने घरों के लिए खुशी-खुशी निकल पड़े। कारण उन्हें भी कोरोना की भयावहता का भान है। पूरे परिवार संग गरीब सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए भोजन करते दिखाई पड़े। सरकार की इस महत्वकांक्षी योजना की वाहक राज्य की सखी मंडलों की दीदियां बन रही हैं। या यूं कहें कि शहर के बाद गांव के लोगों की भूख मिटाने को लेकर झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार फरिश्ता बन कर रविवार से सामने आयी है, तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। अभी झारखंड की सभी पंचायतों यानी 4562 में यह व्यवस्था सोमवार से शुरू हो जाने की उम्मीद है। इसके बाद से गांव-गांव में भी कोई गरीब भूखा नहीं सोयेगा। हेमंत सरकार लॉकडाउन होने के बाद से लगातार कह रही है कि झारखंड में किसी को भूखा नहीं सोने देंगे। इस दिशा में लगातार प्रयास भीकिये जा रहे हैं। वैसे, रविवार से शुरू किया गया मुख्यमंत्री दीदी किचेन इस प्रयास में मिल का पत्थर साबित हुआ है। पंचायतों में संचालित मुख्यमंत्री दीदी किचेन की कमान निबंधित सखी मंडलों को दी गयी है। यहां असहाय, बेरोजगार, श्रमिकों को रोजाना मुफ्त में भोजन कराया जायेगा। इस सन्दर्भ में सीएम हेमंत सोरेन तमाम जनप्रतिनिधियों को रविवार को लिखे पत्र में इसका भी उल्लेख किया है। इसमें सीएम हेमंत सोरेन ने कहा है कि सभी क्षेत्रों में चलाये जा रहे सभी तरह के राहत कार्यों खासकर मुख्यमंत्री दीदी किचेन का पर्यवेक्षण और मार्गदर्शन करें, ताकि उचित गुणवत्ता के साथ सभी लाचार, जरूरतमंदों को भोजना उपलब्ध कराया जा सके। झारखंड का कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं रहे। आइये मिलकर इस संकट की घड़ी में सभी जरूरतमंदों की मदद करें। सीएम ने आशा भी जतायी है कि इसमें तमाम जनप्रतिनिधियों और बुद्धिजीवियों का सहयोग भी सरकार को मिलेगा।