आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने सरकार से लॉक डाउन की समय सीमा 30 अप्रैल तक बढ़ाने का आग्रह किया है। श्री मरांडी ने कहा है कि वैश्विक महामारी कोरोना के कारण झारखंड सहित पूरी दुनिया के हालात जगजाहिर हैं। झारखंड में भी रोज नये केस का निकलना शुभ संकेत नहीं है। डॉक्टरों से बातचीत के दौरान जिस प्रकार की सूचनाएं मिल रही हैं उसके अनुसार इसका दो ही उपचार है पहला सघन जांच और सोशल डिस्टेंसिंग जिससे यह आंकड़ा यहीं थम जाये। उन्होंने कहा कि यह जाहिर है कि समाज पर इसका बुरा प्रभाव पड़ेगा पर जिस प्रकार डॉक्टर को किसी छोटे से घाव के स्थायी निदान के लिए बड़ा चीरा लगाना पड़ता है कोरोना को लेकर राज्य और देश में परिस्थिति कुछ इसी तरह आन पड़ी है। इससे थोड़ा कष्ट तो होगा पर यही इसका स्थायी समाधान है। जब आपदा आयी है तो हम सबों को इसे झेलना ही होगा। झारखंड सरकार से अनुरोध है कि उड़ीसा, पंजाब और दूसरे राज्यों की तर्ज पर लॉक डाउन की समय सीमा 30 अप्रैल तक के लिए बढ़ा देनी चाहिए। झारखंड की जनता से अपील है कि वह घर में रहे और सुरक्षित रहे।
मजदूरों के हित में ईंट भट्ठों का संचालन शुरू कराये सरकार : बाबूलाल मरांडी
बाबूलाल मरांडी ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर झारखंड में मजदूरों के हित में ईंट भट्ठों का संचालन शुरू कराये जाने की मांग की है। शुक्रवार को लिखे गये पत्र में उन्होंने कहा है कि राज्य में कोरोना संकट और लॉक डाउन के कारण करीब दो हजार ईंट भट्ठों में काम बंद है। लॉक डाउन के कारण ईंट भट्ठों में काम करनेवाले मजदूरों के सामने भूखमरी की स्थिति है। इस स्थिति के कारण हजारों मजदूर सीमावर्ती राज्यों में पलायन को मजबूर हैं। ईंटभट्ठों से ईंट का निर्माण बरसात से पूर्व दो-ढाई महीने ही संभव है। राज्य में निर्माण कार्य के लिए बड़े पैमाने पर र्इंटों की जरूरत है। पड़ोसी राज्य बिहार और यूपी में कुछ शर्तों के साथईंट भट्ठों के संचालन की अनुमति दी गयी है। अत: झारखंड में भी सोशल डिस्टेंसिंग और स्वच्छता का ख्याल रखते हुए ईंट भट्ठों का संचालन शुरू कराया जाना चाहिए।