सुरक्षा उपकरणों और नर्सों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने की मांग करते हुए न्यूयॉर्क में नर्सों के संगठन ने वहां की सरकार और दो अस्पतालों के खिलाफ अदालत में याचिका दायर की है. संगठन ने याचिका में कोरोना वायरस से लड़ाई के दौरान काम करने की जगह की सुरक्षा और जरूरी सामान उपलब्ध न होने की ओर से ध्यान दिलाया है
याचिका में न्यूयॉर्क डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ और मांटिफायर मेडिकल सेंटर और वेस्टचेस्टर मेडिकल सेंटर की मातृ संस्था को पार्टी बनाया गया है.
नर्सों ने अदालत से प्रतिवादियों को मास्क और सुरक्षा के अन्य जरूरी सामान नर्सों को उपलब्ध कराने के आदेश देने की मांग की है.
संगठन के कार्यकारी निदेशक पैट केन ने कहा, ” यह मुकदमा हमारी नर्सों, मरीजों और समाज को सुरक्षा मानकों की अनदेखी और अपर्याप्त व्यवस्था से बचाने के लिए किया गया है.”
याचिका में कहा गया है कि अस्पताल सरकार की ओर से COVID-19 पर बनाए गए टास्क फोर्स की ओर से तय किए मानकों की अनदेखी कर रहे हैं. इन मानकों में चिकित्साकर्मियों को रोज N95 मास्क उपलब्ध कराना शामिल है. लेकिन स्वास्थ्य विभाग इसे लागू नहीं करवा पा रहा है.
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि स्वास्थ्यकर्मियों को जरूरी सामान मिलते रहें, इसे सुनिश्चित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए गए हैं.
वहीं वेस्टचेस्टर मेडिकल सेंटर हेल्थ नेटवर्क ने कहा है कि उसका ध्यान अपने कर्मचारियों को बचाने पर है. वहीं मांटिफायर मेडिकल सेंटर ने कहा है कि जब नर्सों के साथी लोगों की जिंदगी बचाने के काम में लगे होते हैं तो वे सिस्टम पर ही हमला कर देती हैं.
नर्सों का यह संगठन देश की करीब 42 हजार लोगों का प्रतिनिधित्व करता है. ये नर्सें ही न्यूयॉर्क में ढाई लाख से अधिक कोरोना संक्रमित लोगों के इलाज में लगी हुई हैं
संगठन का कहना है कि उसकी 9 हजार 514 सदस्य इस वायरस की ओर से पैदा की गई सांस लेने संबंधी बिमारियों से संक्रमित पाई गई हैं. इनमें से अबतक 11 नर्सों की मौत हो चुकी है.
इस संगठन ने जज से स्वास्थ्य विभाग के उस आदेश पर रोक लगाने की मांग की है, जिसमें कहा गया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण के सात दिन बाद ही उन्हें काम पर लौटना होगा, भले ही उनमें लक्षण नजर आ रहे हों
नर्सों का कहना है कि यह आदेश सरकार की ओर से इस साल मार्च में दिए गए उस आदेश का उल्लंघन है, जिसमें कहा गया था कि क्वारंटीन किए गए कर्मचारियों को 14 दिन का वेतन समेत अवकाश मिलेगा.
नर्सों ने अपनी याचिका में वेस्टचेस्टर मेडिकल सेंटर को एक युद्ध क्षेत्र की तरह बताया है. उनका कहना है कि उन्हें एक N95 मास्क को एक हफ्ते तक पहनने के लिए कहा जाता है.