1. भगवान विष्णु का 394वां नाम “राम”

विष्णु सहस्रनाम नामक पुस्तक में भगवान विष्णु के एक हजार नामों की सूची दी गई हैl इस सूची के अनुसार,  “राम” भगवान विष्णु का 394वां नाम हैl

 
2. राम नाम का तीन बार उच्चारण हजारों देवताओं को स्मरण करने के समान
महाभारत में वर्णित है कि एक बार भगवान शिव ने कहा था कि राम का नाम तीन बार उच्चारण करने से हजार देवताओं के नामों का उच्चारण करने के बराबर फल की प्राप्ति होती हैl आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि भगवान शिव भी ध्यानावस्था में भगवान राम के नाम का ही उच्चारण करते हैंl
3.भगवान विष्णु के सातवें अवतार
भगवान राम को भगवान विष्णु के 10 अवतारों में 7वां अवतार माना जाता हैl भगवान राम से पहले भगवान विष्णु ने मत्स्य (मछली), कूर्म (कछुआ), वराह (सूअर), नृसिंह (मनुष्य एवं सिंह), वामन (बौना) और परशुराम के रूप में जबकि बाद में कृष्ण, बुद्ध और कल्कि (अवतार होना बाकी) के रूप में अवतार लिया थाl
4. भगवान विष्णु का 394वां नाम “राम”
विष्णु सहस्रनाम नामक पुस्तक में भगवान विष्णु के एक हजार नामों की सूची दी गई हैl इस सूची के अनुसार,  “राम” भगवान विष्णु का 394वां नाम हैl
5. सबसे पुराने मानवीय देवता 
भगवान राम को मानव रूप में पूजे जाने वाले सबसे पुराने देवता के रूप में जाना जाता है, क्योंकि भगवान राम का जन्म त्रेता युग में हुआ था और ऐसा माना जाता है कि त्रेता युग की समाप्ति आज से 1,296,000 साल पहले हो चुका हैl त्रेता युग में भगवान विष्णु ने भगवान राम के अलावा वामन और परशुराम के रूप में भी अवतार लिया थाl
6. भगवान राम भगवान सूर्य के वंशज
भगवान राम का जन्म “इक्ष्वाकु” वंश में हुआ था जिसकी स्थापना भगवान सूर्य के पुत्र “राजा इक्ष्वाकु” ने की थीl इसी कारण भगवान राम को “सूर्यवंशी” भी कहा जाता हैl
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