- हिंदपीढ़ी के लोगों की रिम्स में की गयी स्क्रीनिंग
- चप्पे-चप्पे पर पुलिस, हर घर की निगेहबानी
रांची। झारखंड की पहली कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद प्रशासन के साथ ही हिंदपीढ़ी और आसपास के लोगों की परेशानी बढ़ गयी है। बुधवार सुबह 11 बजे एसएसपी और एसडीओ के नेतृत्व में पहुंची प्रशासन की टीम ने हिंदपीढ़ी नाला रोड से वैसे लोगों को चिह्नित कर रिम्स भेजा, जो पिछले कुछ दिनों से पॉजिटिव मलेशियाई महिला के संपर्क में थे। ऐसे 35 महिलाओं और पुरुषों को पुलिस ने एंबुलेंस में लेकर रिम्स पहुंचाया। इस दौरान हिंदपीढ़ी में भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद था। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता शमशेर आलम के साथ स्थानीय लोग वैसे संदिग्ध लोगों को चिह्नित करवाने में पुलिस की मदद कर रहे थे। हिंदपीढ़ी से लाये गये सभी 35 संदिग्धों को रिम्स लाया गया। उनके रिम्स पहुंचते ही वहां मौजूद मेडिकल टीम ने तत्काल सभी को कोरोना सेंटर पहुंचाया, जहां उनकी स्क्रीनिंग शुरू कर दी गयी।
ब्लड सैंपल जांच के लिए भेजा गया
हिंदपीढ़ी से कोरोना पॉजिटिव केस मिलने के बाद अब वहां आसपास के हर घर की जांच शुरू हो गयी है। इसके लिए प्रशासन की टीम सुरक्षाबलों के साथ वहां कैंप कर रही है।
स्क्रीनिंग के लिए डेमो कर दी गयी जानकारी
रांची। कोरोना के एक मरीज की पुष्टि के बाद संक्रमण के रोकथाम के लिए जिला प्रशासन मंगलवार की देर शाम से ही पूरी तरह से जुट गया। बुधवार की सुबह से हिंदपीढ़ी इलाके मेंविभिन्न टीमों को रवाना किया गया, जो संक्रमण से बचाव के रोकथाम के साथ साफ-सफाई और संक्रमित महिला के संपर्क में आये लोगोें के बारे में पता लगाती रही। डीसी राय महिमापत रे ने रांची समाहरणालय में विभिन्न टीमों को संबोधित किया।
डीसी ने कहा कि आपका काम बेहद जिम्मेदारी का है। अपनी सुरक्षा के साथ दिशा-निर्देशों का अच्छी तरह से पालन करें। हर परिस्थिति में सोशल डिस्टेंशिंग का अनुपालन करें। किसी भी संदिग्ध मरीज की पहचान होती है या अगर कोई क्वारेंटाइन नहीं हो पा रहा है, तो जिला प्रशासन को फौरन इसकी जानकारी दें, ताकि समय पर आवश्यक कदम उठाए जा सकें।हिंदपीढ़ी और उसके आसपास के इलाकों में लोगों की स्क्रीनिंग करने वाली टीम की सुरक्षा का भी ध्यान रखा गया था। टीम के सदस्य प्रोटेक्टिव केयर का इस्तेमाल कर रहे थे। हेप्टेटो प्रोटेक्टिव केयर का डेमो दिखाकर टीम के सदस्यों को जानकारी दी गयी कि इसे कैसे पहनना है, कैसे उतारना है, कैसे डिसइनफेक्ट करना है और कैसे डिस्पोज करना है।
सुबह से घरों में दस्तक देती रही पुलिस
मलेशियन महिला के संपर्क में कौन-कौन से लोग आये, इसे पता लगाने के लिए पुलिस की टीम सुबह से घरों में दस्तक देती रही। पीड़ित महिला पिछले 15 दिनों में जिन पांच घरों में रही, कहां-कहां गयी, कितने लोग उसके संपर्क में आयी, टीम इसके बारे में विस्तार से जानकारी हासिल करती रही।