पूर्वोत्तर राज्य असम से चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। यहां पड़ोसी देश बांग्लादेश से एक युवक नदी के रास्ते तैरते हुए असम की सीमा में दाखिल हो गया। यहां पहुंचने पर उसने करीमपुर जिले के मुबारकपुर पहुंचकर ग्रामीणों को बताया कि उसे कोरोना है और उसका इलाज कराने में उसकी मदद करें। युवक की ये बात सुनकर ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। इस पूरी घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंचे बीएसएफ के जवानों ने युवक को हिरासत में ले लिया है। बाद में बांग्लादेशी सेना को बुलाकर युवक को सौंप दिया गया।
युवक की पहचान अब्दुल हक के रूप में हुई है। अबदुल बांग्लादेश के सुनामगंज जिले का रहने वाला है और वहां से करीमगंज का मुबारकपुर इलाका महज चार किलोमीटर की दूरी पर है।
बीएसएफ के प्रवक्ता और डीआईजी जेसी नायक ने बताया युवक कुशियारा नीद पारकर भारतीय सीमा में दाखिल हुआ था। गांव वालों ने उसे देखा तो उसे रोक लिया। उससे बातचीत में पता चला कि वह बांग्लोदशी नागरिक है|
इसके बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना सेना को दे दी। नायक ने बताया जांच में उसने बताया कि उसे कोरोना है और वह इलाज के लिए भारत में आया है। सेना ने स्पष्ट नहीं किया कि उसे कोरोना था या नहीं। इसके बाद सेना ने इसकी जानकारी बांग्लादेशी सेना को दी और युवक को उन्हें सौंप दिया।