Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Wednesday, May 28
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»corona effect»कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ना जरूरी : स्वास्थ्य मंत्रालय
    corona effect

    कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ना जरूरी : स्वास्थ्य मंत्रालय

    bhanu priyaBy bhanu priyaApril 27, 2021No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने में मिलेगी मदद
    कोविड प्रोटोकॉल का 100% पालन जरूरी

    आजाद सिपाही संवाददाता
    नयी दिल्ली। सरकार ने कहा है कि अब घर के अंदर भी संक्रमण के लक्षणों के मद्देनजर मास्क लगाना जरूरी हो गया है। इससे कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने में मदद मिलेगी। देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की निगरानी पर फोकस की जरूरत है। मंत्रालय ने कहा कि लोगों को चाहिए कि वे कोविड प्रोटोकॉल का 100 फीसद पालन करें और मास्क लगाएं। इसके अलावा रेमडेसिविर को लेकर डर का माहौल न बनायें। मंत्रालय ने जारी बयान में कहा कि कोरोना से लड़ने के लिए संक्रमण चेन को तोड़ना जरूरी हो गया है। कोरोना संक्रमण को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ना सबसे जरूरी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी कि देश में अब तक 14.19 करोड़ लोगों को वैक्सीन लग चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 12 राज्यों में 80 प्रतिशत फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है। राजस्थान, छत्तीसगढ़, लद्दाख में 60 साल से ऊपर के लोगों के स्वास्थ्य का प्रदर्शन काफी अच्छा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि हमें कोरोना संक्रमण की चेन तोड़नी होगी और क्लीनिकल मैनेजमेंट पर भी ध्यान केंद्रित करना होगा। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि रेमडेसिविर को लेकर भय का माहौल नहीं होना चाहिए। ऐसा नहीं है कि जिसे रेमडेसिविर नहीं मिलेगा उसकी जान चली जायेगी। हमें वायरस के प्रसार पर पहले नियंत्रण पाना है।
    एम्स निदेशक रणदीप गुलेरिया ने कहा कि जो भी कोविड-19 पॉजिटिव आता है, उसमें ये पैनिक हो जाता है कि कहीं मुझे बाद में आॅक्सीजन और अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत न पड़े, इसलिए मैं अभी भर्ती हो जाता हूं। इससे अस्पतालों के बाहर बहुत भीड़ हो जाती है और वास्तविक मरीजों को इलाज नहीं मिल पाता है। उन्होंने कहा कि हमें मामलों की संख्या को कम करना होगा और अस्पताल के संसाधनों का बेहतर उपयोग करना होगा। गृह मंत्रालय के एडिशनल सेक्रेटरी ने बताया कि हमारी आॅक्सीजन उत्पादन क्षमता 7,259 मीट्रिक टन है और 24 अप्रैल को 9,103 मीट्रिक टन आॅक्सीजन का उत्पादन हुआ है। संयुक्त सचिव (स्वास्थ्य मंत्रालय) लव अग्रवाल ने बताया कि इस समय देश में 82% कोरोना के मामले ठीक हो गये हैं। करीब 16.25% मामले यानी कि 28,13,658 मामले अभी भी सक्रिय मामलों की दृष्टि में है। उन्होंने कहा कि कुछ राज्य है जहां सक्रिय मामलों की संख्या ज्यादा बनी हुई है। इसमें महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, केरल, राजस्थान, छत्तीसगढ़, गुजरात और तमिलनाडु राज्य शामिल है।

    पीरियड्स के दौरान भी लगवायें टीका
    स्वास्थ्य सदस्य (नीति आयोग) डॉ वीके पॉल बोले, ‘हम उभरती स्थिति के कारण कोविड-19 टीकाकरण की गति को कम नहीं होने दे सकते। वास्तव में, टीकाकरण को बढ़ाया जाना चाहिए।’ उन्होंने आगे कहा कि सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को टीका लगाया जाना चाहिए या नहीं। इसका उत्तर है हां, टीका पीरियड्स के दौरान लिया जा सकता है। यह टीकाकरण स्थगित करने का कोई कारण नहीं है।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleआॅक्सीजन युक्त 100 बेड का कोविड वार्ड शुरू, हेमंत ने किया उद्घाटन
    Next Article चीन का काला चेहरा उजागर : मेडिकल सप्लाई पर लगायी रोक
    bhanu priya

      Related Posts

      प्रधानमंत्री का पाकिस्तान पर निशानाः सिंधु जल समझौते पर अभी कार्रवाई शुरू नहीं की, वे पहले ही घबरा गए

      May 27, 2025

      अपने ठिकानों से भागे आतंकी फिर से शिविरों में लौटने लगे, सुरक्षाबल चौकस : बीएसएफ

      May 27, 2025

      गांधीनगर में प्रधानमंत्री मोदी का भव्य रोड शो, हजारों की भीड़ उमड़ी

      May 27, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • प्रधानमंत्री का पाकिस्तान पर निशानाः सिंधु जल समझौते पर अभी कार्रवाई शुरू नहीं की, वे पहले ही घबरा गए
      • अपने ठिकानों से भागे आतंकी फिर से शिविरों में लौटने लगे, सुरक्षाबल चौकस : बीएसएफ
      • गांधीनगर में प्रधानमंत्री मोदी का भव्य रोड शो, हजारों की भीड़ उमड़ी
      • पटना एम्स के जूनियर डॉक्टर की काेराेना रिपोर्ट पॉजिटिव, तीन हुई संक्रमित मरीजाें की संख्या
      • प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्रीयमंत्री गडकरी को जन्मदिन की बधाई दी
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version