देवघर। भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि राज्य के मौजूदा स्थिति हेल्थ इमरजेंसी जैसें है , सरकार इसे मजाक में न लें। सरकार हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दे। वेंटीलेटर व ऑक्सीजन की सरकार को तुरंत व्यवस्था करनी चाहिए। प्रखंड लेवल पर भी कोविड-19 के लिए इमरजेंसी घोषित करनी चाहिए तथा प्राइवेट डॉक्टर व पारा मेडिकल स्टाफ से सरकार को सेवा लेनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से कहा जा रहा है कि रिम्स में पर्याप्त मात्रा में बेड उपलब्ध है। लेकिन सच्चाई यह है कि कोरोना मरीजों के लिए बेड उपलब्ध नहीं हो रहा है और लोग दम तोड़ते जा रहे हैं। उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि सरकार को इसकी चिंता नहीं है जबकि हाईकोर्ट लगातार सरकार पर टिप्पणी करके व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर रही है। तमाड़ का चुनाव परिणाम मधुपुर में दोहराएगा। उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पूरे झारखंड प्रदेश में कोरोना को लेकर भयावह स्थिति है लेकिन राज्य सरकार गंभीर दिखाई नहीं दे रही है। मरांडी मंगलवार को मधुपुर के मंगलम रिसोर्ट में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि सरकार सिर्फ घोषणा कर रही है। लेकिन मॉनिटरिंग करने के बजाए हेमंत सोरेन मधुपुर में सोए हुए हैं। उन्होंने कहा कि 31 मार्च से पहले बजट का 83 प्रतिशत यानी 22 हजार करोड़ रुपये विभिन्न बैंकों में सरकार ने ट्रांसफर कर रखा है। इस राज्य में पैसे की कोई कमी नहीं है। लेकिन पैसे का रोना रोकर राज्य सरकार झारखंड की जनता को बरगलाने का काम कर रही है।