जोधपुर. पश्चिमी राजस्थान में जोधपुर डिस्कॉम के कारण हजारों किसान संकट में आ चुके हैं. कपास की बुआई नजदीक आ चुकी है लेकिन किसानों को बिजली कनेक्शन नहीं मिल पा रहे हैं. डिस्कॉम में 23 हजार से ज्यादा किसानों ने बिजली कनेक्शन के लिए पैसे तो जमा करवा दिए, लेकिन उन्हें कनेक्शन देने के लिए डिस्कॉम के पास सामान ही नहीं है.
बता दें कि मारवाड़ के किसानों ने इसके लिये जनवरी 2021 में ही डिमांड राशि जमा करवा दी थी. इनमें से हजारों किसानों ने बाजार से रुपये उधार लेकर या फिर बैंकों से कर्ज लेकर खेतों में ट्यूबवेल खुदवाये हैं और 50 हजार से लेकर एक लाख रुपये तक की डिमांड राशि डिस्कॉम में जमा करवाई है, लेकिन डिस्काम की बदइंतजामी का खामियाजा इन किसानों को भुगतना पड़ रहा है. दस जिलों के 23240 किसानों को नहीं मिले कनेक्शन
किसानों के मुताबिक जोधपुर जिले में 4818, पाली जिले में 1921, सिरोही में 1086, जालोर में 1232, बाड़मेर में 3537, जैसलमेर में 1634, बीकानेर में 2737, चूरू में 1844, हनुमानगढ़ में 2526 और श्रीगंगानगर में 1915 किसानों ने बिजली कनेक्शन के लिए डिमांड राशि जमा करवा रखी है. लेकिन सामान के अभाव में डिस्कॉम कनेक्शन नहीं दे पा रहा है. इससे किसानों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है और वे चिंतित हैं.कपास की बुआई पर संकट
भारतीय किसान संघ के प्रचार प्रमुख तुलसाराम ने बताया कि 15 मई से पूरे संभाग में कपास की बुआई शुरू होनी है. लेकिन बिजली कनेक्शन के अभाव में 23 हजार से ज्यादा किसानों के सामने कपास की बुआई का संकट आ गया है. किसान डिस्कॉम के चक्कर पर चक्कर काट रहे हैं. लेकिन डिस्कॉम बिजली कनेक्शन नहीं दे रहा है.
स्टील महंगा होने से सामान का संकट
वहीं डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक अविनाश सिंघवी का कहना है कि स्टील महंगा होने के चलते सामान की कमी हो रही है. सिंघवी ने जल्द कनेक्शन देने का आश्वासन दिया है.