आजाद सिपाही संवाददाता
नासिक। कोरोना संक्रमण के बीच बुधवार को यहां के जाकिर हुसैन अस्पताल में बड़ा हादसा हुआ। अस्पताल के आॅक्सीजन प्लांट में लीक की वजह से करीब दो घंटे तक मरीजों को जीवन रक्षक गैस नहीं मिली और 22 लोग तड़प-तड़प कर मर गये। ये सभी आइसीयू में वेंटिलेटर पर थे। प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दे दिये हैं। राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख के मुआवजे का एलान किया है। अस्पताल के प्लांट में वाल्व खुला रहने की वजह से आॅक्सीजन लीक हो गयी थी। इसे बंद करने के लिए अस्पताल में आपूर्ति रोक दी गयी। उस वक्त अस्पताल में 23 मरीज वेंटिलेटर पर थे, जिन्हें आॅक्सीजन मिलनी बंद हो गयी। इनमें 22 मरीजों ने दम तोड़ दिया। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि टैंकर के वाल्व में दिक्कत होने के कारण काफी आॅक्सीजन लीक होने लगी थी। उन्होंने इस हादसे को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्हें नासिक के निगम कमिश्नर ने हादसे की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अब स्थिति नियंत्रण में है। वह और छगन भुजबल मौके पर पहुंच चुके हैं। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस हादसे को दर्दनाक बताया। उन्होंने कहा कि हादसे में 22 लोगों की मौत की जानकारी मिली, जो बेहद विचलित करने वाली है। मैं सरकार से मांग करता हूं कि बाकी मरीजों की मदद की जाये और जरूरत पड़ने पर उन्हें दूसरी जगह शिफ्ट किया जाये। साथ ही, मामले की जांच भी करायी जाये।

पीएम मोदी, अमित शाह ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आॅक्सीजन टैंक लीक होने से नासिक में हुआ हादसा हृदयविदारक है। इस घटना में हुए जान-माल के नुकसान से मन खिन्न है। दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी नासिक हादसे पर दुख जताया है। कहा कि मैं उन परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को इस हादसे में खो दिया। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने भी इस घटना को लेकर दुख प्रकट किया है।

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