कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि देश में संकट सिर्फ कोरोना वायरस के कारण नहीं है, बल्कि केंद्र सरकार को जनविरोधी नीतियों और खोखले भाषणों के बजाय समाधान निकालना चाहिए।

देश में कोविड-19 स्थिति के प्रबंधन को लेकर कांग्रेस सरकार पर हमला करती रही है। उन्होंने हिंदी में एक ट्वीट में कहा, ”घर पर क्वॉरंटीन हूं और लगातार दुखद समाचार आ रहे हैं। भारत में संकट सिर्फ़ कोरोना नहीं, केंद्र सरकार की जन विरोधी नीतियां हैं। झूठे उत्सव व खोखले भाषण नहीं, देश को समाधान दो!”

पीएम मोदी ने देश को कोविड के संक्रमण में खतरनाक आघात के बीच चिकित्सा ऑक्सीजन, अस्पताल के बेड और टीके की उपलब्धता के बारे में बताया। जैसे ही देश के कई हिस्सों में प्रतिबंध वापस आया, प्रधानमंत्री ने भी कहा “लॉकडाउन अंतिम उपाय होना चाहिए”।

कोविड रोगियों के लिए ऑक्सीजन की कमी देश के कई हिस्सों में व्यापक स्वास्थ्य संकट के साथ एक सबसे बड़ी चिंता बन गई है। हालांकि, सरकार ने ऑक्सीजन आपूर्ति की “राउंड-द-क्लॉक” निगरानी का आश्वासन दिया है।

कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने भी, पिछले हफ्ते, कोविद की वृद्धि पर सरकार को फटकार लगाते हुए कहा था कि भारत को “तैयार होने के बावजूद एक बार फिर गार्ड” पकड़ा गया है।

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने रविवार को पीएम मोदी को कोविड के संकट से निपटने के लिए पांच उपायों का सुझाव दिया था, जिसमें टीकाकरण और दवाओं की आपूर्ति को बढ़ावा देना शामिल है।

राहुल गांधी ने इस सप्ताह के शुरू में हल्के लक्षणों के साथ कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया था, जिसके बाद वह घर पर क्‍वारंटीन हो गए थे। देश ने पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 3.14 लाख ताजा रिकॉर्ड मामले दर्ज किए हैं।

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