कमिश्नर की रिपोर्ट पर सरकार की चुप्पी की भी हो पड़ताल
आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। पूर्व सीएम और भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने समाज कल्याण विभाग के निदेशक आइएएस छवि रंजन के जमीन घोटाले में शामिल होने का आरोप लगाया है। ट्विटर पर अपनी बात रखते हुए उन्होंने कहा है कि इडी (प्रवर्तन निदेशालय) तो छवि रंजन से जमीन घोटाले में पूछताछ करे ही, उसके खिलाफ रांची के कमिश्नर की रिपोर्ट के बाद भी राज्य सरकार के स्तर से कार्रवाई नहीं किये जाने के कारणों की भी पहचान करे। पूर्व डीसी रहते छवि रंजन ने रांची में जाली कागजात से जमीन में हेराफेरी की। लोगों को नोटिस देकर परेशान और भयादोहन भी उसके कार्यकाल में खूब हुआ। प्रवर्तन निदेशालय, रांची जमीन महाघोटाले की जांच और उससे पूछताछ करे। पूर्व में छवि रंजन के खिलाफ कमिश्नर की ओर से एक रिपोर्ट तैयार की गयी थी, पर सरकार ने कार्रवाई नहीं की। इडी इसके कारणों का भी संज्ञान लेकर पड़ताल करे।
मुख्यमंत्री को हिदायत
बाबूलाल ने एक वीडियो जारी करते हुए मुख्यमंत्री को सावधान किया है। उन्होंने कहा है कि वह अपनी आंखें खोलें। देखें कि कैसे जमीन महघोटालेबाज आइएएस छवि रंजन के नेतृत्व में पुलिस की ताकत का दुरुपयोग होता था। पुलिस की मदद से टेंट लगा कर कर रात में भी जमीन पर कब्जा करवाया जाता था। इडी की कार्रवाई के बाद जमीन कब्जा जुल्म से पीड़ित हुए लोग अब ऐसी सैकड़ों तस्वीरें थोक के भाव एजेंसी और मीडिया को भेज रहे हैं। ऐसी तस्वीरों के जरिये रांची जमीन लूट पाप की कहानी सामने आ रही है। आपके राज में ऐसा होने और ऐसी कहानियां सामने आने के बावजूद आप जांच और कार्रवाई नहीं करेंगे, तो इस पाप के जुर्म में आपको जेल जाने से कौन बचायेगा। बाबूलाल ने कहा है कि उनकी बातों को गंभीरता से लिया जाये। इस महापाप के दोषी उन प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों पर सरकार कार्रवाई करे, जिन्होंने पैसों के लालच में सरकार की नाक के नीचे उसकी नाक काटने का काम किया है। उन्हें सजा दें। हो सकता है कि सरकार के ऐसे प्रायश्चित से उसके पाप थोड़े कट जायें।
आदिवासी के नाम पर घड़ियाली आंसू
बाबूलाल ने कहा है कि रांची जमीन घोटाले की जांच में मिल रहे कागजातों से बेईमानों और घोटालेबाजों के बारे में हैरान करनेवाली ऐसी चीजो का पर्दाफाश होने लगा है। इस पर पहली नजर में कोई तुरंत विश्वास नहीं करेगा। खबरों से पता चल रहा है कि काली कमाई और बेईमानी का धन खपाने के लिए झारखंड के प्रभावशाली राजनीतिक राज परिवार के कई लोग ऐसी संपत्तियों को छुपा कर रखने के लिए अपने और अपने पिता के नाम तक में हेराफेरी करने का गोरखधंधा किये हुए हैं। कानून की पकड़ से बचने के लिए गलत काम कर लिये गये हैं। बेहिसाब संपत्तियों के बारे में आयकर या अन्य किसी विभाग से जानकारी छुपा कर रखी गयी है। इसका खुलासा जांच एजेंसियों को रांची जमीन महा घोटाला की जांच के दरम्यान मिले कागजातों से हुआ है। अब ऐसे लोग घोटालेबाजी, जालसाजी में पकड़े जाने पर जेल जायेंगे। इससे बच निकलने के लिए आदिवासी होने की दुहाई देकर घड़ियाली आंसू बहायेंगे।