पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को आयोजित जनता दरबार में राज्य के विभिन्न जिलों से पहुंचे 47 फरियादियों की समस्याएं सुनीं और संबंधित विभागों के अधिकारियों को समाधान के लिए समुचित कार्रवाई के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री कार्यक्रम में आयोजित ‘जनता दरबार में मधेपुरा जिले से आए एक व्यक्ति ने आग्रह करते हुए कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में विशेष चिकित्सकों की कमी है। इसको लेकर इलाज में दिक्कतें होती हैं। इस समस्या को सुनने के तत्काल बाद मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को समुचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
गोपालगंज जिला से आये एक छात्र ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मैंने वर्ष 2018 में मैट्रिक की परीक्षा प्रथम श्रेणी से पास की थी, लेकिन अभी तक प्रोत्साहन राशि नहीं मिली है।
वहीं मुजफ्फरपुर जिला से आयी एक छात्रा ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मैंने वर्ष 2018 में मैट्रिक परीक्षा प्रथम श्रेणी से पास की है, लेकिन प्रोत्साहान राशि अभी तक नहीं मिली। बांका जिला से आयी एक महिला ने कहा कि मेरे पति का निधन वर्ष 2021 में कोरोना से हो गया था लेकिन अनुग्रह राशि अभी तक नहीं मिली। इसी तरह भोजपुर जिला से आयी एक महिला ने कहा कि विद्यालय में कार्यरत मेरे पति की मृत्यु होने के बाद अनुकंपा के आधार पर नौकरी अभी तक नहीं मिली।
पूर्वी चंपारण जिला से आये एक व्यक्ति ने बाढ़ के दौरान राहत कार्य में हुयी अनियमितता की शिकायत की। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
सारण जिला से आये एक छात्र ने स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड के माध्यम से लिये गये ऋण पर बैंक द्वारा ज्यादा ब्याजदर चार्ज किये जाने की शिकायत मुख्यमंत्री से की। मुख्यमंत्री ने वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
अररिया जिला से आयी एक महिला ने मुख्यमंत्री से आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका की बहाली में अनियमितता की शिकायत की। दरभंगा जिला से आयी एक महिला ने अपने दिवंगत पति के एरियर बकाया राशि के लंबित भुगतान को लेकर मुख्यमंत्री से गुहार लगायी। औरंगाबाद जिला से आयी एक महिला ने कहा कि वह दिव्यांग महिला है, आवागमन में काफी दिक्कत होती है, इसलिये ट्राई साइकिल उपलब्ध करायी जाय। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी की समस्या को सुनने के बाद संबंधित विभाग से तत्काल उचित कार्रवाई के निर्देश दिए।