-राजकीय सम्मान के साथ हुई अंत्येष्टि
-अंतिम संस्कार में उमड़ा जन सैलाब
आजाद सिपाही संवाददाता
रांची/बोकारो। झारखंड के ‘टाइगर’ अब यादों में रहेंगे। शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो शुक्रवार शाम पंचतत्व में विलीन हो गये। बोकारो स्थित उनके पैतृक गांव में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार में जन सैलाब उमड़ा। हर तरफ से जगरनाथ महतो अमर रहे की आवज गूंज रही थी। बोकारो पैतृक आवास शव पहुंचने से पहले ही भीड़ जुट गयी थी। अंतिम दर्शन के बाद शव यात्रा में भारी संख्या में लोग शामिल हुए। अंत्येष्टि के समय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो, मंत्री मिथिलेश ठाकुर, सत्यानंद भोक्ता, महुआ माजी समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थे।
चेन्नई के अस्पातल में हुआ था निधन:
शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने गुरुवार को चेन्नई के अस्पताल में इलाज के दौरान अंतिम सांस ली थी। उन्हें कोरोना के समय 2020 में लंग्स इंफेक्शन हुआ था। इंफेक्शन इतना बढ़ गया था कि उनके फेफड़े का ट्रांसप्लांट करना पड़ा था। वह पूर्णत: ठीक होकर चेन्नई से वापस लौटे थे, लेकिन बीच-बीच में तबीयत खराब हो रही थी। हाल में पिछले महीने बजट सत्र के दौरान तबीयत बिगड़ने के बाद चेन्नई इलाज के लिए गये थे। इलाज के क्रम में उनकी मौत हो गयी।
पार्थिव शरीर पहुंचा रांची, दी गयी श्रद्धांजलि:
दिवंगत शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का पार्थिव शरीर शुक्रवार सुबह रांची पहुंचा। यहां तिरंगे में लिपटे पार्थिव शरीर को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत अन्य लोगों ने कंधा दिया। इसके बाद पार्थिव शरीर को विधानसभा परिसर लाया गया। यहां अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, केंद्रीय राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी और मंत्री आलमगीर आलम, चंपई सोरेन, सत्यानंद भोक्ता, बन्ना गुप्ता, मिथिलेश कुमार ठाकुर, बादल, हफीजुल हसन, सांसद विजय हांसदा, राज्यसभा सांसद महुआ माजी और पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा विधायक दल नेता बाबूलाल मरांडी समेत कई विधायकों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके बाद दिवंगत जगरनाथ महतो का पार्थिव शरीर झामुमो कार्यालय लाया गया। यहां दिशोम गुरु शिबू सोरेन समेत पार्टी के नेताओं ने उनका अंतिम दर्शन कर श्रद्धांजलि दी।
रांची से बोकारो के रास्ते में उमड़ी भीड़:
दिवंगत जगरनाथ महतो के पार्थिव शरीर को रांची से बोकारो ले जाने के क्रम में जगह-जगह लोगों की भीड़ उमड़ी। उनके अंतिम दर्शन के लिए भारी संख्या में लोग पहुंचे। हेदा मोड़ में शिक्षा मंत्री दिवंगत टाइगर जगरनाथ महतो का अंतिम दर्शन किया। डुमरी ले जाने के क्रम में शव वाहन को सहेदा मोड़ के पास रोक कर लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
दामोदर तट पर हुआ अंतिम संस्कार:
दिवंगत जगरनाथ महतो का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव भंडारीदह, बोकारो गांव में हुआ। पार्थिव शरीर पहुंचने से पहले ही लोगों का हुजूम ‘टाइगर’ के अंतिम दर्शन के लिए उमड़ पड़ा था। पार्थिव शरीर पहुंचने के बाद सभी ने नम आंखों से उन्हें श्रद्धांजलि दी। अंतिम यात्रा में भारी संख्या में लोग जुटे। दामोदर तट पर राजकीय सम्मान के साथ उनकी अंत्येष्टि हुई। जगरनाथ महतो को बेटे अखिलेश महतो ने मुखाग्नि दी।