सभी पीएचसी में 10 बेड कोविड रोगी के लिए किया गया है तैयार
किशनगंज। देश के विभिन्न राज्यों एवं सूबे में कोरोना संक्रमण के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे हैं। लिहाजा जिला स्वास्थ्य विभाग भी संक्रमण के संभावित खतरों से निपटने के लिये जरूरी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुट चुका है। संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निर्देशक संजय कुमार सिंह ने कोरोना संबंधी जांच में तेजी लाने का निर्देश दिया है।
बुधवार को सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने सदर अस्पताल परिसर में जानकारी देते हुए बताया कि संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह अलर्ट मोड में है। संक्रमण से सुरक्षा व बचाव को लेकर विभागीय स्तर से जरूरी आदेश प्राप्त हुए हैं। राज्य में बढ़ते कोरेाना के मामलों को देखते हुए जिला अस्पताल सहित अन्य प्रमुख अस्पताल को पूर्णत्: व्यवस्थित रखने को कहा गया है। अस्पताल में इलाज़ व अन्य जरूरी कार्यों से आने वाले लोगों के लिये बिना मास्क के प्रवेश की अनुमति पर रोक लगाने के साथ आरटीपीसीआर जांच की संख्या बढ़ाने का निर्देश प्राप्त है। इसके साथ ही पीएसए ऑक्सीजन प्लांट व इससे जुड़े उपकरण को तत्काल प्रभाव से दुरुस्त करने का आदेश मिला है।
प्राप्त दिशा निर्देश के आलोक में जिला स्वास्थ्य विभाग संबंधित तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा है। जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने कहा की जिले में स्वास्थ्य विभाग मरीजों को गुणवत्तापूर्ण तथा सुलभ स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने को निरंतर प्रयासरत है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों के साथ हीं नर्स, पारा मेडिकल स्टाफ, आशा, आदि स्वास्थ्य सुविधा बेहतर बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। संसाधन के साथ-साथ मानव बल भी बढ़ाए गये हैं। स्वास्थ्य विभाग एवं जिला प्रशासन संक्रमण काल की सभी चुनौतियों से लड़कर स्वास्थ्य सेवाओं को जन जन तक पहुंचाने का कार्य कर रहा हैं।
सिविल सर्जन ने कहा कि डीएम एवं विभागीय निर्देश के शत प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित कराने को लेकर संबंधित स्वास्थ्य अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये गये हैं। स्वास्थ्य विभाग कोरोना संक्रमण की प्रभावी जांच को लेकर आरटीपीसीआर जांच की संख्या बढ़ाने पर जोर दे रहा है। पूर्व में प्रतिदिन जिले में 500 लोगों की जांच हो रही थी। इसे बढ़ाकर 01 हजार करने के लिये निर्देशित किया गया है। ताकि अधिक से अधिक व्यक्तियों की जांच कर संक्रमण को रोकने में ठोस उपाय किये जा सकें। स्वास्थ्य अधिकारियों को बाहरी राज्यों से गृह जिला लौट रहे लोगों की जांच हर हाल में सुनिश्चित कराने के लिये निर्देशित किया गया है।
सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने कहा कि सदर अस्पताल के 80 बेड में ऑक्सीजन सीधे पाइप लाइन से पहुंचाई जा रही है। सदर अस्पताल परिसर में हवा से ऑक्सीजन बनाने की अनूठी टेक्नोलॉजी पर आधारित पीएसए ऑक्सीजन प्लांट में पांच सौ (एलपीएम) लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन उत्पादन हो रहा है। जो पाइप लाइन से सदर अस्पताल के हर बेड तक पहुंचायी जा रही है जिससे सदर अस्पताल आत्म-निर्भर हो गया है। इसके अलावा सभी सीएचसी एवं पीएचसी में भी ऑक्सीजन सिलेन्डर की उपयुक्त व्यवस्था की गयी है। किसी भी मरीज को ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी।
गौर करे कि जिले में स्वास्थ्य सुविधा के तहत कुल 06 सीएचसी, 01 पीएचसी में डिजिटल एक्स-रे की शुरुआत की गयी है। साथ ही ब्लड जांच के साथ अन्य जांच की भी सुविधा दी जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित 10 अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (एपीएचसी) को क्रियाशील किया गया है। साथ ही सभी पीएचसी में 10 बेड कोविड रोगी के इलाज के लिए तैयार किया गया है।