बेगूसराय। भगवान विष्णु के छठे अवतार, शस्त्र और शास्त्र की समन्वित शक्ति के प्रतीक भगवान परशुराम जयंती की हर और धूम मची है। अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती को लेकर शनिवार को सोशल मीडिया पर बधाइयों का तांता लगा है।
बेगूसराय के सांसद और केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह तथा राज्यसभा सदस्य प्रो. राकेश सिन्हा ने सोशल मीडिया के माध्यम से देशवासियों को परशुराम जयंती और अक्षय तृतीया की बधाई दी है। दूसरी को विभिन्न संगठनों द्वारा भी कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
इस अवसर पर जयमंगला वाहिनी परिवार ने बिहार का सबसे लंबा शोभा यात्रा निकाला। एशिया फेमस झील काबर के बीच स्थित सिद्धपीठ जयमंगला गढ़ से शुरू बाबा परशुराम समरसता धर्म यात्रा मंझौल, सिउरी, कोरिया, मोहनपुर, खम्हार, रजौड़ा, बेगूसराय, जीरोमाइल, बीहट, सिमरिया पुल, हाथीदह होते हुए परशुराम मंदिर मोकामा तक गई।
जयमंगला वाहिनी के भगवा ध्वज और दंड के साथ निकाली गई शोभायात्रा में सैकड़ों लोग शामिल हुए तथा विभिन्न संगठनों द्वारा रास्ते में जोरदार स्वागत किया गया। हर-हर महादेव चौक सहित कई जगहों पर धर्म यात्रा में शामिल लोगों के लिए विशेष व्यवस्था किए गए थे। जीरोमाइल एवं बीहट में भी यात्रा का जोरदार स्वागत किया गया।
ईद के दिन ही परशुराम जयंती पर आयोजित इस भव्य और विशाल शोभायात्रा को लेकर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे। मंझौल डीएसपी के नेतृत्व प्रशासन की टीम जहां जयमंगला गढ़ से ही यात्रा को स्कॉट कर रही थी। वहीं, जिला मुख्यालय में सदर डीएसपी अमित कुमार के नेतृत्व बड़ी संख्या में पुलिस टीम सुरक्षा को लेकर चौकस थी। पूरे रास्ते में अन्य जगहों पर भी पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था।
समरसता यात्रा में शामिल जयमंगला वाहिनी के अमर ने बताया कि भगवान विष्णु के दशावतारों में से एक भगवान परशुराम की जयंती वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। इस दिन अक्षय तृतीया का त्योहार भी मनाया जाता है। महर्षि जमदग्नि और रेणुका के पुत्र परशुराम जी भगवान विष्णु के छठवें अवतार थे। शोभा यात्रा में युवाओं का उत्साह देखते ही बन रहा है। विभिन्न चौक-चौराहे रजौड़ा, हरदिया, पन्हास, सुभाष चौक, हर-हर महादेव चौक, जीरोमाइल, हाथीदह में युवाओं ने शोभा यात्रा में शामिल लोगों का उत्साहवर्धन करते हुए गर्मी के मौसम को देखते हुए ठंडा पानी, शरबत, लस्सी आदि का इंतजाम किया। इसके लिए साधुवाद।
कुमार मनीष ने शोभा यात्रा में शामिल हुए सभी लोगों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा यह सामाजिक समरसता का प्रतीक है। पिछले वर्षों की तरह ही बड़ी संख्या में लोग इस यात्रा में शामिल होकर समरसता के भाव को मजबूत किया। के सभी वर्ग के लोगों ने जिस तरीके से इसमें अपनी सहभागिता दी है इसका संदेश ना सिर्फ बिहार, बल्कि आसपास के राज्यों में भी जाएगा।