Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Monday, May 12
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Jharkhand Top News»JHARKHAND: संथाल बंद का रहा मिलाजुला असर
    Jharkhand Top News

    JHARKHAND: संथाल बंद का रहा मिलाजुला असर

    adminBy adminApril 1, 2023No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    -नियोजन नीति को लेकर सड़कों पर उतरे छात्र
    -दुकानें रहीं बंद, बस नहीं चली
    -पुलिस हर जगह रही मुस्तैद
    आजाद सिपाही संवाददाता
    रांची। झारखंड के युवा नियोजन नीति को लेकर एक बार फिर शनिवार को सड़कों पर उतरे। छात्रों ने शनिवार को संथाल परगना प्रमंडल में बंद का आह्वान किया था। दुमका, देवघर, गोड्डा, साहिबगंड समेत संथाल के अन्य जिलों में बंद का असर मिला-जुला रहा। कुछ शहरों में दुकानें थोड़ी-बहुत बंद रहीं, तो कुछ में बंद पूरी तरह सफल रहा। संथाल में सार्वजनिक परिवहन पर भी बंद का असर पड़ा। ज्यादार क्षेत्रों में बस नहीं चलीं। युवाओं ने 60-40 नाय चलतो के नारे लगाये। संथाल परगना बंद का सबसे ज्यादा असर दुमका और साहेबगंज में देखने को मिला। इन जिलों में हजारों की संख्या में छात्र सुबह 6 बजे ही सड़कों पर उतर गये। वे सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बंद को सफल बनाने में लग गये। गोड्डा और पाकुड़ में भी बंद का असर दिखा, लेकिन देवघर में बंद का असर थोड़ा कम रहा। उधर, बंद को देखते हुए हर जगह पुलिस बल तैनात किये गये थे। कुछ जगहों पर बंद कराने वाले छात्रों को हिरासत में लिया गया, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया।

    दुमका में दिखा सबसे अधिक आक्रोश:
    झारखंड की उपराजधानी दुमका में बंद का असर सबसे ज्यादा रहा। नियोजन नीति के खिलाफ सबसे अधिक आक्रोश यहीं देखने को मिला। बस स्टैंड से बसों को नहीं खुलने दिया गया। सडकों पर सन्नाटा पसरा रहा। दुकानें बंद रही। युवाओं ने अलग-अलग समुह में शहर के अलग-अलग हिस्सों में मोटरसाइकिल से घूम-घूमकर बंद को सफल बनाया। छात्रों का कहना है कि अगर 60 / 40 की नियोजन नीति वापस नहीं होती है तो दुमका दौरे के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को काला झंडा दिखाएंगे।

    साहिबगंज, गोड्डा और पाकुड में भी असर:
    साहिबगंज में भी नियोजन नीति के खिलाफ युवाओं का गुस्सा देखने को मिला। साहेबगंज कॉलेज के पास सुबह छह बजे से ही छात्र बंद के समर्थन में जमा होने लगे थे। क्षेत्र में दुकानें बंद रही और गाड़ियां नहीं चली। छात्रों ने पांच जगह रोड जाम किया। गोड्डा में भी बंद का असर सुबह से ही देखने को मिला। करीब ढाई सौ छात्रों ने कारगिल चौक को सुबह साढ़े सात बजे से ही जाम कर दिया। जिससे गोड्डा-पीरपैंती मुख्य मार्ग अवरुद्ध हो गया। छात्रों का एक गुट गोड्डा कॉलेज से निकला और सभी दुकानें बंद करवाते हुए कारगिल चौक तक पहुंचे। पाकुड़ में भी बंद का काफी असर देखने को मिला। सुबह से ही छात्रों का एक समूह बंद को सफल बनाने के लिए सड़क पर दिखा। पाकुड़ शहर के अलावे लिट्टीपाड़ा, महेशपुर , अमड़ापाड़ा में भी असर देखने को मिला। देवघर में बंद का असर थोड़ा कम देखने को मिला। सुबह टॉवर चौक पर कुछ छात्रों ने प्रदर्शन किया।

    पुलिस रही मुस्तैद, कहीं अप्रिय घटना नहीं:
    दुमका, देवघर, साहिबगंज, पाकुड़ हर जगह पुलिस-प्रशासन मुस्तैद रही। छात्रों द्वारा कराये जा रहे बंद पर पुलिस पूरी तरह नजर रख रही थी। कहीं से किसी प्रकार की अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। दुमका, गोड्डा और पाकुड़ में कुछ जगहों पर पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों को हिरासत में लिया, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleगुमला में एक महिला समेत दो बच्चों की निर्मम हत्या
    Next Article अब ‘सत्यमेव जयते’ अभियान में जुटेंगे राहुल गांधी
    admin

      Related Posts

      दुश्मन के रडार से बचकर सटीक निशाना साध सकती है ब्रह्मोस, रफ्तार ध्वनि की गति से तीन गुना तेज

      May 11, 2025

      कूटनीतिक जीत: आतंकवाद पर भारत ने खींची स्थायी रेखा, अपने उद्देश्य में भारत सफल, पाकिस्तान की फजीहत

      May 11, 2025

      वायुसेना का बयान- ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी भी जारी, जल्द दी जाएगी ब्रीफिंग

      May 11, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत ने अंतरराष्ट्रीय जगत में अपना परचम लहराया : लाजवंती झा
      • दुश्मन के रडार से बचकर सटीक निशाना साध सकती है ब्रह्मोस, रफ्तार ध्वनि की गति से तीन गुना तेज
      • कूटनीतिक जीत: आतंकवाद पर भारत ने खींची स्थायी रेखा, अपने उद्देश्य में भारत सफल, पाकिस्तान की फजीहत
      • भारत के सुदर्शन चक्र ने पाकिस्तान के नापाक मंसूबों को तबाह कर दिया
      • वायुसेना का बयान- ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी भी जारी, जल्द दी जाएगी ब्रीफिंग
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version