-सेना की जमीन ही नहीं, कई और जमीनों के फर्जीवाड़े खुलेंगे
-खरीद-फरोख्त करनेवाले कई बड़े-बड़े सफेदपोश आयेंगे जद में
-इडी ने अंचलकर्मी के यहां से प्राप्त कागजातों को खंगालना किया शुरू
-सात आरोपियों से पूछताछ में खुलेंगे राज, हटेगा मुखौटा

आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। साहिबगंज में 1000 करोड़ के अवैध खनन की आग अभी थमी नहीं है। इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने जमीन घोटाले का राज खोल कर राज्य में तहलका मचा दिया है। सेना की 4.55 एकड़ जमीन के फर्जीवाड़े से शुरू हुई जांच बहुत दूर तलक जाने की उम्मीद है। सूत्रों की मानें तो रांची में जमीन घोटाले की फेहरिस्त लंबी है। जिनकी दास्तां अंचलकर्मी भानु प्रताप के घर से मिले चार स्टील के बक्से में ही बंद हैं। इनमें केवल सेना की ही जमीन नहीं, कई अन्य जमीनों के फर्जीवाड़े की बू आ रही है। इडी ने भानु प्रताप समेत सात लोगों को रिमांड पर ले लिया है। अब इनसे पूछताछ होगी। प्राप्त कागजात और इनके बयानों की पुष्टि होगी। इसके बाद राज्य के ही नहीं, बिहार और बंगाल तक के बड़े व्यवसायी, बिल्डर और सफेदपोश जद में आयेंगे। इन तक एक-एक कर इडी के हाथ पहुंचेंगे। हालांकि सूत्रों की मानें तो इन सबसे पहले रांची के पूर्व उपायुक्त और वर्तमान में कल्याण विभाग के निदेशक आइएएस अधिकारी छवि रंजन से पूछताछ होगी।

सात आरोपी चार दिनों की इडी रिमांड पर:
सेना के जमीन घोटाले मामले में बड़गार्इं सीआइ भानुप्रताप प्रसाद समेत सात लोगों से इडी चार दिनों तक पूछताछ करेगी। कोर्ट ने इसकी इजाजत दे दी है। इडी द्वारा गिरफ्तार किये सभी अभियुक्तों की पांच दिनों की रिमांड कोर्ट से मांगी गयी थी। कोर्ट ने चार दिनों की रिमांड की मंजूरी दी है। गौरतलब है कि इडी ने इन सात लोगों को 13 अप्रैल को गिरफ्तार किया था।

छवि रंजन को जल्द बुलाने की उम्मीद:
इडी ने कारोबारी प्रदीप बागची, सीआइ भानु प्रताप प्रसाद, रिम्स के कर्मचारी फसर अली, इम्तियाज खान, तल्हा खान, फैयाज खान और मोहम्मद सद्दाम को गिरफ्तार किया था। इन सभी को कोर्ट से पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया गया है। सूत्रों की मानें तो इनसे पूछताछ के बीच आइएएस अधिकारी छवि रंजन को पूछताछ के लिए जल्द बुलाया जा सकता है।

करोड़ों के फर्जी का राज खुलने की उम्मीद:
सूत्रों की मानें तो इडी बक्से में बंद कागजात को खंगाल रही है। इसमें रांची के करोड़ों रुपये की जमीन के फर्जीवाड़े की बात सामने आ रही है। केवल बरियातू स्थित सेना की ही जमीन नहीं, ओरमांझी के मनातू का वाटर पार्क, हेहल अंचल के बगल में बड़ा भूखंड, चेशायर होम रोड स्थित भूखंड समेत कई अन्य जगहों के बड़े भूखंड का फर्जीवाड़ा हुआ है। इडी की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ेगी, इन सबके फर्जीवाड़े पर से पर्दा उठेगा। इडी इन सभी मामलों को समायोजित कर जांच करने की तैयारी कर रही है।

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