बरवाडीह। मंगलवार को 16 वां अंतरराष्ट्रीय विश्व व्याघ्र दिवस बेतला नेशनल पार्क में धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर आयोजित भव्य कार्यक्रम में झारखंड सरकार के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर, पर्यटन मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू, मनिका विधायक सह सभापति रामचंद्र सिंह, डीआईजी (पलामू) मोहम्मद नौशाद आलम समेत कई गणमान्य अतिथि मौजूद रहे। कार्यक्रम की शुरुआत केचकी एफआरएच में मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू के स्वागत से हुई। इसके बाद बेतला पार्क में अतिथियों को गार्ड ऑफ ऑनर, अंगवस्त्र और पौधा भेंट कर सम्मानित किया गया। दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम का औपचारिक उद्घाटन हुआ, जिसमें वन्यजीव संरक्षण व पर्यावरण जागरूकता का संदेश दिया गया। इस मौके पर पोलपोल में स्मार्ट क्लास, केचकी में औषधिका केंद्र और वन्यप्राणी चिकित्सालय का उद्घाटन किया गया। वहीं किला रोड पर बायो-फेंसिंग, वृक्षारोपण और घास विकास कार्यों की शुरुआत कर जैव विविधता संरक्षण की दिशा में ठोस पहल की गई। स्कूली बच्चों ने पारंपरिक नृत्य व गीतों के माध्यम से वन संरक्षण का संदेश देकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि बेतला नेशनल पार्क झारखंड की पहचान है और सरकार इसे इको-टूरिज्म का प्रमुख केंद्र बनाकर युवाओं को रोजगार से जोड़ेगी। कार्यक्रम में केचकी समूह की बालिकाओं को मोबाइल फोन, वहीं प्रशिक्षित युवाओं को टूल-किट और प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए। पूरे आयोजन में उत्साह और खुशी का वातावरण रहा।

सीसीएल ने वन विभाग के साथ एमयू पर किया हस्ताक्षर….
वही दूसरी और सीसीएल ने स्किल डेवलपमेंट और कैमरा लगाने को लेकर एमओयू (MoU) पर हस्ताक्षर किया गया।यह समझौता बेतला नेशनल पार्क में कौशल विकास कार्यक्रमों को बढ़ावा देने और सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए किया गया है।
उक्त एमयू सीसीएल मजीएम सीएसआर एसएस लाल के हस्ताक्षर युक्त थे।जिसे उनके निर्देश पर निदेशक मानव संसाधन हर्ष नाथ मिश्र व डायरेक्टर निदेशक तकनीकी सीएस तिवारी लेकर पहुँचे जंहा एमयू पर पर्यटन मंत्री व वित्त मंत्री के मौजूदगी में हस्ताक्षर किए गए।

मध्यप्रदेश से लाए जाएंगे 12 बाइसन….
ब्रीडिंग में सुधार के लिए पलामू टाइगर रिजर्व ने मध्यप्रदेश से 12 गौड़(बाइसन) लाने की योजना बनाई है. पीटीआर के उपनिदेशक प्रजेशकांत जेना ने बताया कि गौड़ की ब्रीडिंग को बढ़ाने के लिए बाहर से गौड़ लाना जरूरी है. इस दिशा में अन्य टाइगर रिजर्व में भी गौड़ को बाहर से लाकर उनकी आबादी और जेनेटिक विविधता को बढ़ाने के सफल प्रयोग किए गए हैं. जेना ने कहा, “पिछले दो वर्षों से गौड़ के प्रवास, व्यवहार और जेनेटिक बदलावों पर अध्ययन किया गया है. मध्यप्रदेश से गौड़ लाने की योजना तैयार की गई है, जिससे ब्रीडिंग में महत्वपूर्ण सुधार होगा।

3 साल में 35 गांवों के पुनर्वास का है लक्ष्य….
उन्होंने कहा कि पीटीआर अधिकारियों ने अगले 3 वर्षों में सभी 35 गांवों का पुनर्वास किये जाने का लक्ष्य रखा है. जेना ने कहा कि पीटीआर पुनर्वास नीति के अनुसार, 18 वर्ष या उससे अधिक आयु के प्रत्येक व्यक्ति को एक इकाई या परिवार माना गया है और वह 15 लाख रुपए नकद या 2 हेक्टेयर भूमि का हकदार होगा. कैमरे की तस्वीरों और अन्य साक्ष्यों के आधार पर पलामू टाइगर रिजर्व के अधिकारी अब 6 बाघों की गतिविधियां यहां दर्ज किये जाने का दावा कर रहे हैं।

लाटू और गुजरुम के परिवारों का हुआ पुनर्वास….
उन्होंने बताया कि लाटू में लगभग 80 घर और कुजरुम में 50 से अधिक घर हैं. कुजरुम से 10 परिवारों का पहले ही पोलपोल में पुनर्वास किया जा चुका है. जेना ने बताया कि 3 गांवों के ग्रामीणों का पुनर्वास किये जाने के बाद, हम मंडल बांध क्षेत्र से 7 और गांवों का लातेहार जिले के सरजू प्रखंड के लाई-पैला पत्थल गांव में पुनर्वास करवायेंगे. इसी तरह, दूसरे चरण में 10 गांवों के ग्रामीणों का पुनर्वास किया जायेगा।

रवि कुमार गुप्ता बरवाडीह प्रतिनिधि

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