इस्लामाबाद। आर्थिक और राजनीतिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान में राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी के सुप्रीम कोर्ट (प्रैक्टिस एंड प्रोसीजर) बिल, 2023 को लौटाने पर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का पारा चढ़ गया है। शरीफ ने अल्वी की कड़ी आलोचना की है। प्रधानमंत्री ने मुल्क के राष्ट्रपति को पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) का कार्यकर्ता बताया है।

इस बिल का उद्देश्य प्रधान न्यायाधीश की शक्तियों को कम करना है। पीटीआई ने इस विधेयक कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि यह न्यायपालिका पर हमला है। राष्ट्रपति के विधेयक को लौटाए जाने के बाद प्रधानमंत्री शरीफ ने ट्वीट में कहा, संसद से पारित विधेयक को लौटाना दुर्भाग्यपूर्ण है। अल्वी ने अपने आचरण से राष्ट्रपति कार्यालय को नीचा दिखाया है, क्योंकि वह संविधान और अपने कार्यालय से अधिक पीटीआई प्रमुख के आदेश का पालन करते हैं।

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