-बापू वाटिका मोरहाबादी से निकला सामाजिक न्याय मार्च
रांची। आजसू पार्टी ने रविवार को रांची के मोरहाबादी स्थित बापू वाटिका से हरमू मैदान तक न्याय मार्च निकाला। मार्च कचहरी चौक, रातू रोड होते हुए हरमू मैदान पहुंचा। लगभग छह किलोमीटर के इस मार्च की अगुवाई सुदेश महतो ने की। मार्च में ‘वोट हमारा-राज तुम्हारा’ और धोखेबाज हुकूमत की हर दीवार हिलाने निकले हैं, जैसे नारे खूब लगे ।
मार्च को संबोधित करते हुए आजसू के अध्यक्ष सुदेश महतो ने कहा कि मुख्यमंत्री और मंत्री का पद लर्निंग स्कूल नहीं हो सकता। जनभावना के अनुरूप नीतियां बनाने और फैसले लेने के लिए सरकार बनती है। आधे-अधूरे प्रयोग के लिए भी सरकार कतई नहीं बनती। इनमें कोई नेतृत्व क्षमता और विजन नहीं था और सत्ता मिली। नतीजा हुआ कि 40 महीने में राज्य को सामाजिक और राजनीतिक तौर पर बड़ी क्षति हुई। ओबीसी, एसटी और एससी खूब छले गए।
महतो ने हरमू मैदान में सरकार की नाकामियों, दोषपूर्ण नीतियों और लूट-खसोट के रवैये पर तथ्यपूर्ण और सिलसिलेवार हमला बोला। उन्होंने कहा कि नीयत नेक हो तो नीतियां सही बनती हैं लेकिन राज्य सरकार की नीयत में शुरू से खोट है। मुख्यमंत्री और उनके मंत्री सदन में कुछ बोलते हैं बाहर कुछ जबकि कैबिनेट में फैसले कुछ और लिए जाते हैं। साथ ही कहा कि स्थानीय नीति, नियोजन नीति, ओबीसी आरक्षण, ट्रिपल टेस्ट विस्थापन नीति, आंदोलनकारियों के मान-सम्मान सहित तमाम अहम विषयों की सरकार ने अनदेखी की। जातीय जनगणना सामाजिक न्याय का आधार है लेकिन इसके प्रति सरकार की कोई दिलचस्पी नहीं है।
सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी, पूर्व मंत्री रामचंद्र सहिस और अन्य नेताओं ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस मौके पर कई नेता और लोग मौजूद थे।