हरिद्वार। सर्व ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित सुरेश मिश्रा ने कहा कि भारत विश्व गुरु कैसे बने, इसके लिए 15 मई को ब्रिटिश पार्लियामेंट में एक परिचर्चा होने जा रही है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाले इस परिचर्चा में विश्व के 40 देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे।
पंडित मिश्रा ने सोमवार को हरिद्वार में पत्रकारों से वार्ता के दौरान यह बातें कहीं। परिचर्चा में ‘सर्वे भवंतु सुखिनः’ की मूल अवधारणा के साथ पूरी मानव सभ्यता को कैसे कल्याण के रास्ते पर ले जाया जाए, इसका रास्ता निकाला जाएगा। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण महासभा हमेशा से समाज के उत्थान के लिए कार्य करता रहा है। ब्राह्मण स्वयं के लिए नहीं, राष्ट्रीय संस्कृति और मानवता के लिए जीता आया है। समाज और राष्ट्र जब भी दिग्भ्रमित हुआ है। ब्राह्मण समाज ने आगे आकर उसे रास्ता दिखाया है।
संगोष्ठी की अध्यक्षता यूनाइटेड ब्राह्मण यूके के अध्यक्ष एवं फाउंडर दिवाकर शुक्ला करेंगे, जबकि मुख्य अतिथि लंदन से पांच बार के सांसद पंडित वीरेंद्र शर्मा होंगे। उन्होंने दावा किया कि यह ब्राह्मण समाज के लिए गौरवशाली दिन होगा कि लंदन की ब्रिटिश पार्लियामेंट में ब्राह्मण समाज का झंडा बुलंद होगा।
महासभा के महिला प्रकोष्ठ की उत्तराखंड अध्यक्षा डॉ. संध्या शर्मा ने कहा कि महासभा निरन्तर समाज के उत्थान के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण समाज ने हमेशा सभी के कल्याण की बात की है। महासभा लगातार समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने का भी कार्य कर रही है।
महासभा के उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजेंद्र पाराशर ने बताया कि महासभा द्वारा सात हजार से अधिक जोड़ों का विवाह करवाया तथा तीन हजार से अधिक मेधावी छात्रों को स्कॉलरशिप देने का कार्य किया है।
उन्होंने बताया कि आगामी 1 वर्ष में भगवान परशुराम जयंती के पूर्व 14 देशों में भगवान परशुराम जी की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कर पूजा अर्चना प्रारंभ करवायी जायेगी। इस कार्य के लिए लंदन, अमेरिका, न्यूजीलैंड, आस्ट्रेलिया के मंदिर चिन्हित कर लिए गए हैं। इस दौरान पंडित नरेश शर्मा भी उपस्थित थे।