Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Friday, June 6
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»झारखंड»नहाय-खाय के साथ चार दिवसीय सूर्य उपासना का चैती छठ महापर्व 12 अप्रैल से
    झारखंड

    नहाय-खाय के साथ चार दिवसीय सूर्य उपासना का चैती छठ महापर्व 12 अप्रैल से

    adminBy adminApril 10, 2024No Comments1 Min Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    रांची। चार दिवसीय सूर्य उपासना का महापर्व चैती छठ व्रत-अनुष्ठान 12 अप्रैल, शुक्रवार को नहाय-खाय के साथ प्रारंभ हो जायेगा। व्रती स्नान-ध्यान कर छठी मईया की आराधना करेंगे। 13 अप्रैल को खरना का निर्जला उपवास रखा जाएगा। व्रतधारी महिला, पुरुष इस दिन शाम ढलने के बाद पूजा-अर्चना कर छठी मईया को शुद्ध रूप से पकाए गए खीर आदि पकवान का भोग लगाएंगे। इसके बाद स्वयं ग्रहण कर अपना उपवास तोड़ेंगे। फिर परिवार सहित इष्ट-मित्रों के बीच प्रसाद रूप में उसे वितरण किया जाएगा।

    मान्यता है कि खरना का महाप्रसाद पाने वालों का जीवन धन्य हो जाता है। रोग-शोक से मुक्ति मिलती है। जीवन में सदा सुख और समृद्धि बनी रहती है। इसी भाव से खरना का प्रसाद पाने को लोग लालायित रहते हैं। 14 अप्रैल को पहला अर्घ्य है। शहर के विभिन्न तालाबों, डैम और जलाशयों में अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित किया जाएगा।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleआर्म्स लाइसेंस प्राप्त करने वाले 48 घंटे में कराएं सत्यापन : डीसी
    Next Article बच्ची से दुष्कर्म के तीन दोषियों को आजीवन कारावास की सजा
    admin

      Related Posts

      मुख्यमंत्री ने गुपचुप कर दिया फ्लाईओवर का उद्घाटन, ठगा महसूस कर रहा आदिवासी समाज : बाबूलाल

      June 6, 2025

      अलकतरा फैक्ट्री में विस्फोट से गैस रिसाव से कई लोग बीमार, सड़क जाम

      June 6, 2025

      लाभार्थियों के खातों में ट्रांसफर की गयी मंईयां सम्मान योजना की राशि

      June 5, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • प्रधानमंत्री ने चिनाब रेलवे पुल का किया उद्घाटन, वंदेभारत ट्रेन को दिखाई हरी झंडी
      • मुख्यमंत्री ने गुपचुप कर दिया फ्लाईओवर का उद्घाटन, ठगा महसूस कर रहा आदिवासी समाज : बाबूलाल
      • अलकतरा फैक्ट्री में विस्फोट से गैस रिसाव से कई लोग बीमार, सड़क जाम
      • लाभार्थियों के खातों में ट्रांसफर की गयी मंईयां सम्मान योजना की राशि
      • लैंड स्कैम : अमित अग्रवाल ने सुप्रीम कोर्ट से मांगी बेल
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version