रांची। पूर्व सीएम हेमंत सोरेन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में अब तक की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। लैंड स्कैम की जांच कर रही केंद्रीय जांच एजेंसी इडी ने रांची PMLA (प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) की स्पेशल कोर्ट में जो प्रॉसिक्यूशन कम्प्लेन दाखिल की है, उसमें यह दावा किया गया है कि बड़गाई अंचल की जो भूमि हेमंत सोरेन के कब्जे में हैं, उसके एक हिस्से का एग्रीमेंट बोकारो के रहने वाले रंजीत सिंह ने कुछ वर्षों पहले किया था। सबसे दिलचस्प बात यह है कि हेमंत सोरेन से जिस रंजीत सिंह के तार जुड़ रहे हैं वो उनकी पत्नी कल्पना सोरेन का बिजनेस पार्टनर भी रहा है। इडी ने रंजीत सिंह और कल्पना सोरेन के बीच हुये रजिस्टर्ड एग्रीमेंट की कॉपी भी कोर्ट को सौंपी है। कल्पना सोरेन और रंजीत सिंह एच एस फ्यूल्स नाम की कंपनी में पार्टनर हैं। इस कम्पनी का पता चीरा चास बोकारो लिखा हुआ है।
रंजीत ने एग्रीमेंट में जो पता बताया, इडी के अनुसार वो प्रॉपर्टी हेमंत सोरेन की
बड़गाई अंचल की भूमि के लिये हुए करार की कॉपी इडी के हाथ 6 मार्च 2023 को हुई छापेमारी के दौरान लगी थी। वहीं कल्पना सोरेन और रंजीत सिंह के बीच हुये करार की कॉपी इडी ने 24 अगस्त 2022 को हेमंत सोरेन के सीए जयशंकर जयपुरियार के अशोक नगर स्थित आवास पर हुई छापेमारी के दौरान बरामद की थी। चौंकाने वाली बात यह है कि रंजीत सिंह ने बड़गाई अंचल की भूमि के एग्रीमेंट में अपना जो पता बताया है, वह सोना सोबरन मेमोरियल सोसाइटी अशोक नगर रांची का है। इडी के मुताबिक, इस पते पर जो प्रॉपर्टी है, वह हेमंत सोरेन की है।