किशनगंज। डीआरआई की टीम ने 11 अप्रैल को तीन सोना तस्करों को गिरफ्तार किया है। इसमें से दो किशनगंज के रहने वाले हैं, जबकि एक शख्स बंगाल का रहने वाला है। टीम ने इनके पास से 12 गोल्ड बिस्किट और 80 लाख 50 हजार रुपये नकद बरामद किए हैं। गिरफ्तार तीन लोगों में एक किशनगंज के मारवाड़ी युवा मंच का अध्यक्ष दिनेश पारीक भी है।

दिनेश पारीक लंबे समय से गोल्ड तस्करी करते आ रहा था। 11 अप्रैल को तस्करी का सोना लाने के लिए एक कार से सिलीगुड़ी गया था। इसी दौरान डीआरआई की टीम ने दिनेश पारीक को गिरफ्तार कर लिया।

दरअसल, डीआरआई की टीम को सिलीगुड़ी में गोल्ड तस्करी की सूचना मिली थी। इसके बाद अलग-अलग टीम बनाई गई। टीम तस्करों का इंतजार करने लगी। इसी दौरान सिलीगुड़ी जंक्शन इलाके से बंगाल के कूच बिहार निवासी बिदुभूषण राय नाम के एक व्यक्ति को टीम ने पकड़ा। उसे टीम डीआरआई के स्थानीय कार्यालय कॉलेज पारा ले गई। यहां पूछताछ शुरू की गई। उसकी तलाशी ली गई तो कमर में बेल्ट से 12 गोल्ड बिस्किट मिले। वह छुपा कर कूचबिहार से सिलीगुड़ी ले आया था और किशनगंज के दिनेश पारीक को देना था।

पूछताछ में बिदूभूषण ने और दो लोगों के नाम का खुलासा किया। दोनों किशनगंज के रहने वाले हैं। बताया कि दोनों गुरुवार 11 अप्रैल को ही एक कार WB74 AH 4737 से सिलीगुड़ी रुपया लेकर सोना लेने आ रहा हैं। इसके बाद डीआरआई की टीम डिलीवरी के स्थान सिलीगुड़ी के जलपाई मोड़ पर पहुंची। वहीं कार में बैठे किशनगंज के दिनेश पारीक और मनोज सिन्हा को दबोच लिया। कार की तलाशी ली गई तो रुपया नहीं मिला। जब गाड़ी के मैकेनिक को बुलाकर बारीकी से जांच कराई गई तो कार में डिक्की के नीचे से 80 लाख 50 हजार रुपये बरामद हुए। इसके बाद टीम ने दिनेश व मनोज को गिरफ्तार कर लिया।

पूछताछ में कूच बिहार के तस्कर बिदुभूषण ने टीम को बताया कि गोल्ड बिस्किट को बांग्लादेश से तस्करी कर सिलीगुड़ी लाया था। किशनगंज के दोनों तस्करों को रुपया लेकर गोल्ड देना था। गोल्ड का वजन एक किलो 450 ग्राम है। इसका अनुमानित मूल्य एक करोड़ तीन लाख रुपये के आसपास है।

डीआरआई एडवोकेट रतन बनिक ने बताया कि गिरफ्तार तीनों तस्करों को कोर्ट में प्रस्तुत किया गया। यहां से न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

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