कोलकाता। झमाझम बारिश और तूफानी हवाओं के बीच भी अपनी मांगों पर अडिग रहे एसएससी नौकरी गंवाने वाले शिक्षक। गुरुवार को सुबह से ही कुछ शिक्षक कोलकाता के एसएससी कार्यालय के सामने अनशन पर बैठे हुए थे। शाम होते-होते दो और शिक्षक उनके साथ जुड़ गए। इसके बाद देर शाम लगातार बारिश भी शुरू हो गई। इसके बावजूद, भाजपा सांसद और पूर्व न्यायाधीश अभिजीत गांगुली आंदोलनकारियों से मिलने पहुंचे। उन्होंने कहा कि आमरण अनशन करने की जरूरत नहीं है, बल्कि आप सबका अधिकार लगातार आंदोलन से मिलेगा।
इससे पहले बुधवार को, कसबा स्थित डीआई (जिला निरीक्षक) कार्यालय के सामने पुलिस और नौकरी गंवाने वाले शिक्षकों के बीच झड़प हुई थी। पुलिस ने बैरिकेड पार कर अंदर घुसने से रोकने के लिए लाठीचार्ज भी किया। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने लाठी के अलावा लात और घूंसे भी मारे।
बुधवार को ही प्रदर्शनकारियों के समर्थन में भाजपा नेताओं — रूपा गांगुली, रुद्रनील घोष और अभिजीत गांगुली — ने एसएससी दफ्तर के सामने धरना दे रहे शिक्षकों से मुलाकात की थी। गुरुवार रात को बारिश के बीच एक बार फिर तामलुक के सांसद अभिजीत गांगुली आंदोलनकारियों के बीच पहुंचे। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन अनिश्चितकालीन अनशन नहीं है। हमें विरोध और आंदोलन के माध्यम से ही अपना हक हासिल करना होगा।
बताया गया कि आठ अप्रैल को अभिजीत गांगुली कुछ शिक्षकों को लेकर एसएससी दफ्तर भी पहुंचे थे, लेकिन उस दिन चेयरमैन सिद्धार्थ मजूमदार से मुलाकात नहीं हो सकी थी। बुधवार को उन्होंने एसएससी दफ्तर में जाकर चेयरमैन से मुलाकात की। हालांकि, उसी दिन विकास भवन जाने का कार्यक्रम था, जिसे उन्होंने स्थगित कर दिया। अभिजीत ने इसके पीछे शिक्षकों पर हुए पुलिस लाठीचार्ज का विरोध करना कारण बताया।