रांची। शनिवार को हुई घटना के बाद डीजीपी अनुराग गुप्ता ने रविवार को हाइ लेवल मीटिंग की। पुलिस मुख्यालय में हुई मीटिंग में झारखंड पुलिस के सीनियर अफसरों के अलावा सीआरपीएफ के अधिकारी शामिल हुए। चाइबासा के पुलिस अधिकारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये जुड़े थे। इस मीटिंग में नक्सलियों के खिलाफ अभियान तेज करने की रणनीति तैयार की गयी।
इस बैठक के बाद एक सूत्र ने बताया कि पश्चिमी सिंहभूम (चाइबासा) जिले के सारंडा और पोड़ाहाट जंगलों में नक्सलियों के खिलाफ बड़ा अभियान शुरू होगा। सारंडा में कई बड़े नक्सली अपने दस्ते के साथ जमे हैं। वहां चलाये जा रहे अभियान को और तेज किया जायेगा और बड़े स्तर पर चलाया जायेगा। डीजीपी अनुराग गुप्ता कल चाइबासा भी जायेंगे। जहां अभियान की तैयारी को अंतिम रूप दिया जायेगा।
सारंडा में मौजूद हैं कई बड़े नक्सली
जानकारी के मुताबिक प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी) के शीर्ष नक्सली मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछू, अनल, असीम मंडल, अजय महतो समेत कई अन्य नक्सली अपने दस्ते के साथ सारंडा के जंगल में मौजूद हैं। इसी सूचना पर चाइबासा पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रखा है। अभियान में झारखंड पुलिस के अलावा सीआरपीएफ, झारखंड जगुआर और कोबरा बटालियन के अधिकारी और जवान शामिल हैं।
चाइबासा में पिछले एक महीने के भीतर नक्सलियों के आइइडी ब्लास्ट में दो जवान शहीद हो चुके हैं। 22 मार्च 2025 को चाइबासा में ही नक्सलियों से लोहा लेते हुए सीआरपीएफ के सब इंस्पेक्टर सुनील मंडल शहीद हो गये थे। उस दिन सीआरपीएफ 193 बटालियन के सब इंस्पेक्टर जीडी सुनील कुमार मंडल अपनी टीम के साथ नक्सलियों के खिलाफ अभियान में निकले हुए थे।