कांग्रेस-झामुमो स्पष्ट करें, हफीजुल हसन के संविधान से संबंधित बयान पर सहमत है या असहमत
हफीजुल के बयान के खिलाफ भाजपा प्रदेश में करेगी आंदोलन, जनता के बीच जायेगी पार्टी
सीएम से की मंत्री हफीजुल हसन को मंत्रिमंडल से बाहर करने की मांग
रांची। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने सोमवार को राज्य सरकार के मंत्री हफीजुल हसन के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। श्री मरांडी गिरिडीह में प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे। कहा कि मंत्री हफीजुल हसन का बयान निंदनीय है जिसमें उन्होंने कहा है कि वे भारतीय संविधान से ऊपर शरीयत कानून को मानते हैं। बयान से यह स्पष्ट हो गया कि कांग्रेस झामुमो के लोग चाहे लोकसभा, राज्यसभा हो या विधानसभा,संविधान को पॉकेट में लेकर घूमते हैं जो संविधान का भद्दा मजाक है। इंडी गठबंधन का यही वास्तविक चरित्र है जिसका प्रकटीकरण हफीजुल हसन की जुबान से प्रकट हुआ है। आज बाबा साहब अंबेडकर की जयंती पर जिस प्रकार से एक संवैधानिक पद पर बैठे राज्य के मंत्री से संविधान का अपमान हुआ, यह अक्षम्य अपराध है। राष्ट्र विरोधी, संविधान विरोधी बयान है। इसलिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को तत्काल मंत्रिमंडल से हफीजुल हसन को बर्खास्त करना चाहिए।

उन्होंने कांग्रेस पार्टी और झामुमो से सवालिया लहजे में पूछा कि वे बतायें कि हफीजुल हसन के बयान से सहमत हैं या असहमत। यदि मंत्रिमंडल से हफीजुल हसन की बर्खास्तगी नहीं होती है तो यह माना जायेगा कि इंडी गठबंधन के लोग मंत्री हफीजुल हसन के बयान से सहमत हैं और संविधान के पालन का केवल नाटक करते हैं। तुष्टिकरण की राजनीति में आकंठ डूबा इंडी गठबंधन शरिया के आधार पर देश चलाना चाहता है। आज हिंदू समाज के पर्व त्यौहार में जो पत्थरबाजी होती है, तनाव होते हैं, यह तुष्टिकरण नीति को इंडी गठबंधन की सत्ता के द्वारा ऐसे संविधान विरोधियों के संरक्षण का परिणाम है।
श्री मरांडी ने कहा कि भाजपा इस मुद्दे को लेकर जनता के बीच जायेगी। पूरे प्रदेश में पार्टी आंदोलन करेगी। जनता को जानना चाहिए कि कांग्रेस झामुमो के लोग संविधान से नहीं शरीयत से देश और प्रदेश को चलाना चाहते हैं।

मंत्री हफीजुल के लिए संविधान का कोई मूल्य नहीं : निशिकांत दुबे
वहीं, गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने भी मंत्री हफीजुल हसन और कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि कांग्रेस और उनके सहयोगियों के लिए बाबा साहब अंबेडकर के संविधान का कोई मूल्य नहीं है, यह हैं झारखंड सरकार के मंत्री हफीजुल अंसारी, इनके अनुसार पहले सरिया कानून यानी मुस्लिम संविधान फिर कोई संविधान।

 

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