रांची। नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि रिम्स में आवश्यक दवाएं लंबे समय से उपलब्ध नहीं हैं। मजबूरी में गरीब मरीजों को बाहर की निजी दुकानों से महंगे दामों पर दवा खरीदनी पड़ रही हैं। ये वही दुकानें हैं, जो रिम्स के ठीक पास स्थित हैं और कुछ साल पहले ही खुले हैं। ऐसा लगता है कि रिम्स में जानबूझकर दवाओं की कमी की जा रही है ताकि मरीज इन निजी दुकानों की ओर रुख करें। रिम्स प्रबंधन और निजी दवा दुकानदारों के संगठित मेडिकल माफिया तंत्र को सरकार का भी संरक्षण प्राप्त है।
जब सरकारी अस्पतालों में दवा ही नहीं होगी, तो आम आदमी कहां जायेगा। सरकार को मेडिकल माफियाओं पर लगाम कसनी होगी ताकि रिम्स जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों की साख बची रहे। सरहुल जुलूस के दौरान हुई घटना की ग्रामीणों से जानकारी ली।