भोपाल। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह रविवार को मध्य प्रदेश के एक दिवसीय प्रवास पर भोपाल पहुंचे हैं। यहां राजाभोज विमानतल पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उनका स्वागत किया। केंद्रीय गृह मंत्री भोपाल के रवीन्द्र भवन में राष्ट्रीय सहकारिता सम्मेलन में शामिल होंगे। यहां शाह की मौजूदगी में मध्य प्रदेश दुग्ध संघ और नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड (एनडीडीबी) के बीच एमओयू होगा। इसके साथ ही मध्य प्रदेश के छह दुग्ध संघों और एनडीडीबी के बीच छह अलग-अलग एमओयू भी किए जाएंगे।

केंद्रीय मंत्री अमित शाह रविवार को दोपहर करीब एक बजे विशेष विमान से भोपाल के राजाभोज विमानतल पहुंचे। यहां स्टेट हैंगर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग और पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने उनका स्वागत कर अगवानी की। इस अवसर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता और अधिकारी भी मौजूद रहे। इसके बाद केन्द्रीय मंत्री शाह कार्यक्रम स्थल के लिए रवाना हो गए।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सोशल मीडिया एक्स के माध्यम से कहा कि केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह का मध्य प्रदेश आगमन पर समस्त प्रदेशवासियों की ओर से हार्दिक स्वागत-अभिनंदन करता हूँ। निश्चित ही यह प्रवास हमारे सभी दुग्ध उत्पादकों के लिए वरदान सिद्ध होगा। मध्य प्रदेश “दुग्ध राजधानी” के रूप में जानी जाए, इसके लिए हम निरंतर कार्य कर रहे हैं। अमित शाह की उपस्थिति प्रदेशवासियों के लिए गर्व का विषय है। उनका यह दौरा प्रदेश के दुग्ध उत्पादकों एवं किसानों के लिए नई आशा और संभावनाओं के द्वार खोलेगा। उन्होंने कहा कि आज भोपाल में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री शाह की गरिमामयी उपस्थिति में ‘राज्य स्तरीय सहकारी सम्मेलन’ का आयोजन हो रहा है। आइये, एक कदम मध्यप्रदेश की श्वेत क्रांति और आत्मनिर्भर गोपालक बनाने की दिशा में आगे बढ़ाएं।

भोपाल के रविन्द्र भवन सभागार में आयोजित इस सम्मेलन की अध्यक्षता मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव करेंगे। कार्यक्रम में सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग, पशुपालन एवं डेयरी विकास मंत्री लखन पटेल के साथ-साथ नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड और मध्यप्रदेश के सहकारिता, पशुपालन एवं डेयरी विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।

पशुपालन एवं डेयरी विभाग के मंत्री लखन पटेल ने बताया कि मप्र दुग्ध संघ और एनडीडीबी के बीच पांच साल के लिए अनुबंध होगा। न तो सांची का नाम हटेगा, न लोगो बदलेगा। संचालन का काम एनडीडीबी के हाथों में रहेगा। दुग्ध संघ में अब सीईओ, एनडीडीबी के अधीनस्थ काम करेंगे। एनडीडीबी और दुग्ध संघ के बीच हुए करार के बाद मप्र में दुग्ध सहकारी समितियों की संख्या छह हजार से बढ़ाकर नाै हजार हो जाएगी। एनडीडीबी मप्र में डेली दुग्ध उत्पादन क्षमता को 10 लाख लीटर से बढ़ाकर पांच साल में 20 लाख लीटर तक ले जाएगा। पांच साल के प्रोजेक्ट के लिए 1447 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया गया है।

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