रांची। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाह देव ने बुधवार को प्रदेश मुख्यालय में एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया। मुख्यमंत्री की स्वीडन और स्पेन यात्रा को व्यक्तिगत पर्यटन के लिहाज से बेहद सफल लेकिन निवेश के लिहाज से पूर्णत असफल यात्रा बताया। कहा कि मुख्यमंत्री जी यूरोप के दो सबसे दर्शनीय देश का पर्यटन के लिहाज से सफल भ्रमण करके लौट आए हैं। मुख्यमंत्री की जो पहली तस्वीर भी आई थी, वह एक ‘ बैकपैकर’ की भूमिका में थी जिसमें मुख्यमंत्री बैग टांगे दूतावास के अधिकारी से गुलदस्ता ले रहे थे।मुख्यमंत्री अपने कैमरे से दर्शनीय स्थलों के फोटोग्राफ खींचते भी दिखे। राज्य सरकार ने 11 सदस्यीय दल के लिए लगभग 4।30 करोड रुपए की स्वीकृति दे कर राशि एक निजी इवेंट मैनेजमेंट कंपनी को दे दी है जबकि रांची के प्रतिष्ठित टूरिस्ट ऑपरेटर रांची से स्वीडन और स्पेन की यात्रा का खर्च प्रति ₹2,75,000 व्यक्ति बता रहे हैं।अगर मुख्यमंत्री के लिए घूमना ही मकसद था तो इस टूर ऑपरेटर का सहारा ले सकते थे, राज्य के पैसे की भी बचत हो जाती।
प्रतुल ने कहा कि पूरे यात्रा का इवेंट मैनेजमेंट का जिम्मा बाहर की एक कंपनी को दिया गया था।मुख्यमंत्री को स्पष्ट करना चाहिए कि इस कंपनी को इवेंट मैनेजमेंट और सारे प्रोग्राम को मैनेज करने के लिए और कितने करोड रुपए का भुगतान होगा?मुख्यमंत्री के पास अधिकारियों की एक फौज थी तो फिर एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी को अलग से रखने का क्या औचित्य था?इस पूरी यात्रा में करोड़ों रुपए फूंके गए लेकिन झारखंड में निवेश का कोई लिखित समझौता की सूचना नहीं आई। मुख्यमंत्री के ऑफिशियल एक्स हैंडल ने जो तस्वीर जारी की उसमें निवेश की संभावनाओं और निवेशकों को आमंत्रण देने से संबंधी सूचना थी।कोई लिखित एग्रीमेंट की सूचना नहीं हुई।यानी मुख्यमंत्री अपने पूरी यात्रा का खर्च के बराबर का भी निवेश लेकर नहीं लौटे।
प्रतुल ने कहा कि मुख्यमंत्री को फुटबॉल का बहुत शौक है।मुख्यमंत्री बर्सिलोना एफसी क्लब पहुंच गए। वहां उन्होंने क्लब की वाइस प्रेसिडेंट से जर्सी भी ग्रहण किया और तस्वीरें भी खींची।लेकिन जब फुटबॉल को झारखंड में बढ़ावा देने की बात हुई तो एग्रीमेंट आरसीडीई बार्सिलोना क्लब से किया गया जो कि बर्सिलोना एफसी से बिल्कुल अलग क्लब है। जहां बर्सिलोना एफसी स्पेनिश फुटबॉल लीग ‘ ला लीगा’ में सबसे ऊपर है। आरसीडीई बार्सिलोना क्लब 13 नंबर पर है। अब तेरहवें नंबर के क्लब से एग्रीमेंट समझ से बाहर है। इस क्लब का मालिक विवादास्पद चीनी उद्योगपति चेन यानशेंग है जो कि चीन की बड़ी कंपनी रास्तर का अध्यक्ष भी है।वह भारत विरोधी बयान देने के लिए जाता रहा है। मुख्यमंत्री का इस फुटबॉल क्लब के साथ एग्रीमेंट से पहले मालिक की पृष्ठभूमि जांच करनी चाहिए थी। जिस समय भारत पाक सीमा पर तनाव हो,ये कतई उचित प्रतीत नहीं होता है। वह भी जब स्पष्ट है कि चीन प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान की मदद कर रहा है। निवेश लाने के लिए यात्रा के उद्देश्य से विदेश गए मुख्यमंत्री भुगतान करके चीनी मलिक की फुटबॉल कंपनी को झारखंड में आमंत्रित कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री की एक तस्वीर आई जिसमें वह वोल्वो के इंजन के साथ फोटो शूट कर रहे थे। अगर मुख्यमंत्री को वोल्वो पैसेंजर गाड़ी, बस और ट्रक की नवीनतम ईवी टेक्नोलॉजी देखनी थी तो वह बेंगलुरु भी जा सकते थे जहां वोल्वो की नवीनतम टेक्नोलॉजी पर ईवी गाड़ियां बन रही हैं।स्वीडन जाने की जरूरत नहीं थी। इसके अतिरिक्त पुणे में टाटा भी आधुनिकतम टेक्नोलॉजी का प्रयोग करके ईवी ट्रक और बस बना रही है।
टेस्ला ग्रुप और चेकोस्लोवाकिया के टेस्ला एएस ग्रुप में आसमान जमीन का अंतर
प्रतुल ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रवक्ताओं ने बड़े रूप से प्रचारित किया कि एलॉन मस्क का टेस्ला ग्रुप अब झारखंड में निवेश करने वाला है। प्रतुल ने कहा कि एलॉन मस्क का टेस्ला ग्रुप और चेकोस्लोवाकिया के टेस्ला ग्रुप एएस में आसमान जमीन का अंतर है। टेस्ला ग्रुप ए एस रेडियो,टीवी और बैट्री बनाती है। जिस गीगा फैक्ट्री को लगाने की बात मुख्यमंत्री कर रहे हैं, उसमें भारत की टाटा और रिलायंस कंपनियों को पहले से वैश्विक स्तर पर महारत हासिल है। मुख्यमंत्री के ऑफिशियल एक्स अकाउंट ने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री ने स्पेन और स्वीडन की कंपनियों से स्पोर्ट्स की ब्रांडिंग, मार्केटिंग और क्रिकेट को बढ़ावा देने की जानकारी ली। प्रतुल ने कहा कि भारत का आईपीएल पूरे विश्व के सबसे बड़े लीग में है।