कोलकाता। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ बिल के विरोध के नाम पर हिंदू समुदाय के खिलाफ लगातार हो रही हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर चार हो गई है। शुक्रवार की नमाज के बाद से भड़की हिंसा रविवार को भी दिनभर जारी रही । आज सुबह से हालात तनावपूर्ण है। इस बीच पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी. वी. आनंद बोस ने मुर्शिदाबाद जिले की मौजूदा स्थिति को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय को एक रिपोर्ट भेजी है। वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन के नाम पर पुलिस पर पथराव और आगजनी भी हुई है।राजभवन के सूत्रों के अनुसार, राज्यपाल ने केंद्र को भेजी रिपोर्ट में बीते दिनों मुर्शिदाबाद में हुई घटनाओं का ब्योरा दिया गया है। साथ ही बताया है कि जिले के किन-किन इलाकों में हालात ज्यादा संवेदनशील बने हुए हैं।

यह जानकारी राज्यपाल की कोर टीम द्वारा जुटाए गए तथ्यों और राज्य सचिवालय से प्राप्त विवरणों के आधार पर तैयार की गई है। रिपोर्ट में राज्यपाल और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच हुई गोपनीय बातचीत का विवरण भी शामिल है, जो मौजूदा स्थिति को लेकर हुआ।इधर राज्य सरकार ने हालात पर काबू पाने के लिए विशेष कदम उठाया है। प्रदेश के विभिन्न जिलों में तैनात 23 ऐसे पुलिस अधिकारियों को मुर्शिदाबाद भेजा गया है, जिनके पास कानून-व्यवस्था संभालने का विशेष अनुभव है। यह टीम तब तक जिले में कार्यरत रहेगी जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती।राज्य के पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार स्वयं मुर्शिदाबाद पहुंच चुके हैं और जिला प्रशासन एवं केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के साथ समन्वय कर रहे हैं। सीमा सुरक्षा बल (दक्षिण बंगाल फ्रंटियर) के महानिरीक्षक के. एस. शेखावत भी रविवार को मुर्शिदाबाद पहुंचे।सीएपीएफ के जवानों ने रविवार को सारा दिन जिले के विभिन्न संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च भी किया। खासतौर पर नौ अति संवेदनशील क्षेत्रों में इनकी विशेष तैनाती की गई है। यह कार्रवाई शनिवार शाम कलकत्ता हाई कोर्ट की एक विशेष खंडपीठ के आदेश के बाद की गई। इस बीच रविवार रात तक हुई कार्रवाई में कुल 150 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

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