गिरिडीह में मंत्री हफीजुल हसन की बर्खास्तगी को लेकर प्रदर्शन
गिरिडीह। नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने शनिवार को फिर एक बार राज्य सरकार पर निशाना साधा। मरांडी गिरिडीह में मंत्री हफीजुल हसन की बर्खास्तगी को लेकर किये जा रहे प्रदर्शन को संबोधित कर रहे थे।

कहा कि संविधान से ऊपर शरिया को मानने वाले मंत्री के दिल की बात जुबान पर आ गयी। मंत्री जी यहीं पर नहीं रुके। उन्होंने तो खून खराबे की बात भी कर डाली है। मंत्री का ही बयान है जो जोर शोर से वायरल हो रहा है।

जिसमें उन्होंने कहा है कि मुसलमान कब्र में नहीं है, सब्र में है। सड़क पर उतर गया, तो खून खराबा होगा ये उनकी भाषा है। जिनकी पार्टी और गठबंधन के नेता पॉकेट में संविधान लेकर घूमते है। संविधान बचाने की बात करते हैं। मंत्री के संविधान विरोधी बयान के बाद कांग्रेस और झामुमो की चुप्पी यह बता रही कि इसमें उनकी सहमति है। तुष्टीकरण और वोट बैंक की राजनीति में यह इंडी गठबंधन अंधा हो चुका है।

जनता को सावधान और जागरूक रहने की जरूरत
झारखंड की जनता को सावधान और जागरूक रहने की जरूरत है, नहीं तो ये सत्ता भोगी और तुष्टीकरण में आकंठ डूबे लोग झारखंड में भी मुर्शिदाबाद जैसी घटना करा सकते हैं। संविधान बचाने की बात करने वाली कांग्रेस झामुमो ने बार-बार संविधान की मर्यादाओं को तार-तार किया है।

कांग्रेस राज में तो सत्ता सुख और तुष्टीकरण की खातिर अनेक संशोधन किये। 90 बार से अधिक धारा 356 का उपयोग करते हुए लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकारों को बर्खास्त किया। राष्ट्रपति शासन थोपा। ऐसे सत्तालोलुप और तुष्टीकरण की राजनीति करने वालों को बड़ा सबक सिखाने की जरूरत है ताकि भविष्य में ये ऐसी भाषा नहीं बोल सकें। ऐसे मंत्री को अविलंब बर्खास्त किया जाना चाहिए।

 

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