जम्मू। जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के छत्रू वन क्षेत्र में चल रही मुठभेड़ के दौरान तीन आतंकवादी मारे गए और हथियारों और गोला-बारूद का जखीरा बरामद किया गया है। सेना ने शनिवार को आधिकारिक तौर पर यह जानकारी दी।
असम राइफल्स मुख्यालय में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सेना की 5 सेक्टर असम राइफल्स के कमांडर ब्रिगेडियर जे.बी.एस. राठी और किश्तवाड़-डोडा-रामबन रेंज के उप महानिरीक्षक श्रीधर पाटिल ने कहा कि क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में खुफिया जानकारी मिलने के बाद 9 अप्रैल को खोजी अभियान शुरू हुआ था। भारतीय सेना की व्हाइट नाइट कोर और जम्मू-कश्मीर पुलिस का संयुक्त अभियान कठिन भूभाग और मौसम की स्थिति के बावजूद तलाशी जारी रहा। तलाशी दलों ने 11 अप्रैल की सायंकाल को एक आतंकवादी और 12 अप्रैल की सुबह को दो और आतंकवादियों को मार गिराया। उन्होंने कहा कि बरामद हथियारों में एक एके राइफल और एक एम4 राइफल के अलावा अन्य हथियार व गोला बारूद शामिल है। उन्होंने कहा कि मारे गए आतंकवादियों की पहचान की जा रही है।
डीआईजी श्रीधर पाटिल ने कहा कि क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच तलाशी अभियान आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की पूरी तरह से सफाई और इसमें शामिल लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चरणबद्ध तरीके से अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान इस क्षेत्र में आतंकवादी गतिविधियों को पूरी तरह समाप्त करने की एक बड़ी रणनीति का हिस्सा है। डीआईजी पाटिल ने कहा कि सुरक्षाबलों ने किश्तवाड़, डोडा और उधमपुर जिलों में निगरानी और क्षेत्र में गस्त बढ़ा दी है। आतंकवादियों की घुसपैठ और आने-जाने का पता लगाने और घुसपैठ को रोकने के लिए ड्रोन, चेहरे की पहचान करने वाली प्रणाली और वाहन स्कैनर जैसी तकनीकी का इस्तेमाल किया जा रहा है। अधिकारियों ने लोगों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना सुरक्षाबलों को देने का भी आग्रह किया।