NEW DELHI: व्हाट्सएप ग्रुप पर किसी भी सदस्य को जाने बिना उसे किसी भी ग्रुप में शामिल करना महंगा पड़ सकता है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गलत तस्वीर को सोशल मीडिया पर साझा करने वाले व्यक्ति को व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल करने के आरोप में व्हाट्सएप ग्रुप के एडमिन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
कर्नाटक पुलिस ने व्हाट्सएप ग्रुप के एडमिन कृष्ण नाइक जोकि पेशे से ऑटोरिक्शा चालक है को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि उसे जमानत पर बाद में रिहा कर दिया गया है। नाइक व्हाट्सएप ग्रुप का एडमिन है, इस ग्रुप का नाम है द बाल्स ब्वाय। नाइक को 30 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था। इस ग्रुप में जिस व्यक्ति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विवादित तस्वीर को साझा किया था उसका नाम गणेश नाइक है, उसने यह तस्वीर 14 अप्रैल को व्हाट्सएप ग्रुप में साझा की थी।
जिस दिन पीएम मोदी की यह तस्वीर इस ग्रुप में साझा की गई तो उस दिन ग्रुप के एक अन्य सदस्य आनंद ने इसपर आपत्ति जताई थी, जिसके बाद पुलिस ने गणेश को आईटी एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया, जिसे बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया। लेकिन इस घटना के बाद कृष्णा ने गणेश को फिर से इस ग्रुप में शामिल कर लिया था। वहीं इस मामले में पुलिस का कहना है कि कृष्णा ने जानबूझकर ग्रुप में शामिल किया है जोकि बार-बार इस तरह की गलती करता है।