रांची: राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि बाल यौन शोषण आज हमारे समाज के समक्ष एक गंभीर एवं जटिल समस्या है। यह हमारे समाज की बेहद ही चिंतनीय एवं निंदनीय सामाजिक बुराइयों में से एक है। यह अत्यंत चिंता का विषय है कि भारत में बाल यौन शोषण की घटनाएं बहुत तेजी से बढ़ रही हैं। राज्यपाल ने उक्त बातें सोमवार को बाल यौन शोषण के खिलाफ राज्यस्तरीय अभियान का शुभारंभ करते हुए कहीं।
राज्यपाल ने कहा कि वर्तमान में बाल यौन शोषण के बहुत से मामलों को दर्ज नहीं किया जाता, क्योंकि ऐसे मामलों को सार्वजनिक करने पर परिवार खुद को असहज महसूस करता है। इसके बारे में एक सामान्य धारणा है।
ऐसी बातें घर की चहारदिवारी के अंदर ही रहनी चाहिए। बाल यौन शोषण की बात सार्वजनिक हो जाने पर परिवार की गरिमा के खराब होने के बारे में लगातार भय बना रहता है। बाल यौन शोषण जैसे घृणित कार्य पर रोकथाम के लिए क्या किया जाये, यह आज हम सबके समक्ष एक अहम चुनौती है, लेकिन ऐसा भी नहीं है कि इस सामाजिक कुरीति का अंत नहीं हो सकता है। सभी समस्या का समाधान संभव है, जरूरत है उस दिशा में प्रतिबद्ध होकर आगे बढ़ने की। सभी को सर्वप्रथम एक अच्छा नागरिक बनना होगा।
देश का एक अच्छा एवं उत्तरदायी नागरिक कतई इस प्रकार का कार्य नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि आज के माहौल में माता-पिता अपने बच्चों की हर प्रकार की सुरक्षा के प्रति सचेत रहें। उन्हें अपने बच्चों की हर गतिविधि की जानकारी रखनी होगी। साथ ही विद्यालय एवं समाज भी बच्चों की सुरक्षा के लिए सक्रिय रहे। इस अभियान इसको एक आंदोलन के रूप में ले। यह तब तक न रूके, जब तक समाज से इस कुरीति का पूरी तरह अंत नहीं हो जाता। यह किसी कार्यक्रम तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए, इसको धरातल पर भी दिखना चाहिए।