देशभर में ट्रेंडजेंडर की स्थित किसी से छिपी नहीं है। ट्रांसजेंडर के साथ भेदभाव हमारा समाज ही नहीं बल्कि देश की सरकारें भी करती आ रही है। उन्हें कभी भी अपना हिस्सा नहीं मिलता है। इसके लिए ट्रांसजेंडरों ने सुप्रीम कोर्ट तक की लड़ाई लड़ी है। जिसके बाद देश की सरकारों ने उन्हें समान अधिकार देने का प्रयास करना शुरू किया। सरकारें ट्रांसजेडर्स को मुख्यधारा में लाने के लिए अब बड़े प्रयास कर रही हैं।

जिसके तहत पहली बार ट्रांसजेडर्स को सरकारी प्रतिष्ठान में नौकरी मिल रही है। यह कदम केरल की कोच्चि मेट्रो ने उठाया है। कोच्चि मेट्रो ने अपने यहाँ 23 ट्रांसजेंडर कर्मचारिओं को नियुक्त कर का फैसला लिया है। इन सभी ट्रांसजेडर कर्मचारियों को उनकी योग्यता के मुताबिक टिकट खिड़की पर या फिर हाउसकीपिंग में तैनात किया जाएगा। कोच्चि मेट्रो द्वारा 23 ट्रांसजेडर्स की नियुक्ति 530 कर्मचारियों की सूची में शामिल है।

इस सभी ट्रांसजेंडरों को सामान्य प्रक्रिया के तहत सिलेक्शन किया गया है। फिलहाल अभी अब उनकी जरुरी ट्रेनिंग चल रही है। ट्रेनिंग खत्महोने के बाद उन्हें कोच्ची मेट्रो के सभी 11 स्टेशनों पर काम में लगाया जाएगा। इसके साथ ही राज्य में सभी सरकारी इमारतों में ट्रांसजेंडर्स के लिए अलग से वॉशरूम की व्यवस्था करनी जरूरी है।

 

कोच्चि मेट्रो लगभग बनकर तैयार है और अगले महीने इसका उद्घाटन किया जा सकता है। वहीँ ट्रांसजेंडरों ने कोच्चि मेट्रो की इस पहल पर बेहद ख़ुशी जताई है। उन्होंने कहा कि इस कदम से भरता की अन्य क्षेत्रों के लोग भी प्रेरणा लेंगे। साथ ही सरकारों का ट्रांसजेंडर की समस्यों की ओर ध्यान खिचेगा।

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