लखनऊ: यूपी में बिगडती कानून व्यवस्था पर सरकार की लगाम पहले से ढीली है । ऐसे में राजधानी में एक आइएएस अधिकारी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत से सरकार पर और बड़े सवाल उठ खड़े हुए हैं।

 

राजधानी में एक आइएएस की संदिग्ध मौत पर राज्य की तमाम व्यवस्थाओं पर फिर से सवाल खड़े हो गये हैं। लखनऊ में बुधवार सुबह 2007 के कर्नाटक कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के एक अधिकारी का शव संदिग्ध परिस्थितियों में पाया गया। पुलिस ने बताया कि मृतक अधिकारी अनुराग तिवारी बहराइच जिले के रहने वाले थे और उनका शव सरकारी मीराबाई वीआईपी गेस्ट हाउस के पास बरामद हुआ। एक अधिकारी ने बताया कि अभी तिवारी की मौत का पता नहीं चल सका है।

 

वहीँ शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। तीन डोक्टरों का पैनल पोस्टमार्टम कर मौत की रिपोर्ट देंगे। साथ ही मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने जांच आरम्भ कर दी है। शुरूआती जांच में पुलिस सीसीटीवी फूटेज सहित कई अन्य पहलुओं से जाँच कर रही है। अभी तक आईएएस अधिकारी की मौत पर कोई बोलने को तैयार नहीं है। अधिकारी का शव जहाँ से मिला था वहां पर खून के निशान देखे गये हैं। जिससे अधिकारी की मौत पर संदेह जाहिर किया जा रहा है। हालाँकि जब तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक कुछ भी कहना जल्द्वाजी होगी।

बतादें कि अनुराग तिवारी 2007 बैच के आईएएस अधिकारी थे। वे फूड और सिविल सप्लाई के कमिश्नर पद पर तैनात थे। मौत के कारणों का पता लगाया जा रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उनके फोन कॉल वगैराह की जांच की जा रही है।

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