अक्सर आपने सुना होगा की लोग यह कहते है वीर्य केवल सेक्स करने के बाद बच्चे जनने के काम आता है। लेकिन वीर्य को लेकर आपने मन में तरह-तरह की गलत धारणाएँ पाल रखी है। आपको बता दें कि वीर्य और स्पर्म दो अलग-अलग चीजें होती है।

स्पर्म वे कोशिकायें होती है जो स्खलन के समय पर पुरुष के वीर्य में मौजूद होती है। एक स्वस्थ्य पुरुष एक सेकेंड में 1500 स्पर्म सेल प्रोड्यूस कर सकता है | स्वस्थ स्पर्म सर्कुलेशन के लिए पुरुषों को नियमित स्खलन की जरूरत होती है जो कि हस्तमैथुन से पूरी की जा सकती है।

वीर्य को जीवित रहने को लेकर भी एक गलत बात सुनने में आती है कि वीर्य लम्बे समय तक जीवित रहता है जबकि यह सच नहीं है | स्खलन होने के बाद स्पर्म महिला के शरीर में केवल 5 दिनों तक ही जीवित रह सकता है।

वीर्य में पाई जाने वाली कुछ विशेषताएँ-

  1. बेहतरीन क्लींजर-

विज्ञान यह प्रमाणित कर चुका है स्पर्म एक बेहतरीन क्लींजर हैं। स्पर्म में जिंक, विटमिन सी, अमीनो ऐसिड जैसे तत्व होने के कारण ही इसके जरिए फेस क्रीम तैयार की जाती है।

  1. शोध के अनुसार वीर्य में मौजूद प्रोटीन महिलाओं के ब्रेन को हॉर्मोनल सिग्नल देता है, जिसके कारण ओवरीज से एग रिलीज होता है।
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