नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ के सुकमा में हुए नक्सली हमले पर सरकार के वरिष्ठ मंत्री की आलोचना करने पर एक जवान को आत्मसमर्पण करनी को कहा गया था जिसके बाद जवान से आज सीआरपीएफ के एडीजी के सम्मुख आत्मसमर्पण कर दिया।

बतादें कि जवान का गृहमंत्री की आलोचना का विडियो सामने आने के बाद अपने सीनियर्स पर प्रताड़ना का आरोप लगाने पर दिल्ली हाई कोर्ट ने जवान को DG के सम्मुख आत्मसमर्पण करने का निर्देश दिया था। छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सली हमले में 25 CRPF जवानों की मौत के बाद इस जवान ने एक फेसबुक विडियो में राजनाथ सिंह की सोशल मीडिया पर आलोचना की थी।

इसी सिलसिले में जवान ने गुरुवार को दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर कर सुरक्षा की मांग की थी। पंकज ने अपनी याचिका में आत्मसमर्पण करने की इच्छा जाहिर करते हुए अपनी सुरक्षा की मांग की थी। उन्होंने दावा किया था कि CRPF ने उन्हें बंदी बना रखा था। पंकज ने कोर्ट को बताया कि वह अपनी बटैलियन से इसलिए भागे क्योंकि उन्हें अपनी जान का खतरा महसूस हुआ।

जवान ने अदालत से कहा कि वह आत्मसमर्पण करना चाहते हैं और समर्पण के बाद अपनी जान की सुरक्षा चाहते हैं। जिसपर जस्टिस आशुतोष कुमार ने CRPF के महानिदेशक से पंकज का आत्मसमर्पण स्वीकार करने और मामले को कानून के मुताबिक निपटाने के लिए कहा था। उसके बाद शनिवार को CRPF के जवान पंकज कुमार मिश्रा ने को सीआरपीएफ एडीजी के सम्मुख आत्मसमर्पण कर दिया। पंकज की सोमवार को महानिदेशक (DG) से मुलाकात होगी।

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