इस्लामाबाद: कश्मीर में भारतीय सेना द्वारा एक स्थानीय युवक को जीप से बांधकर मानव ढाल की तरह इस्तेमाल करने में शामिल सेना के अधिकारी को ‘चीफ आफ आर्मी स्टाफ कमेंडेशन कार्ड’ से सम्मानित किए जाने की पाकिस्तान ने गुरुवार को निंदा की।

विदेश विभाग के प्रवक्ता नफीस जकरिया ने कहा, ‘कश्मीरी युवक को बेशर्मी से जीप से बांधकर उसे मानव ढाल की तरह इस्तेमाल करने वाले मेजर लितुल गोगोई को सम्मानित करना निंदनीय है। यह एक अपराध है और मानवता का अपमान है।’ भारतीय सेना ने कहा था कि आतंकवाद रोधी अभियानों में ‘सतत प्रयासों’ के लिए 53 राष्ट्रीय रायफल्स के मेजर गोगोई को प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया है। जकरिया ने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं है, जब भारतीय सुरक्षा बलों ने अपना ‘कायराना और अमानवीय’ चेहरा दिखाया है।

भारतीय सुरक्षाबलों पर नागरिकों के खिलाफ गंभीर हिंसा में लिप्त होने का आरोप लगाते हुए जकरिया ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय, खासकर संयुक्त राष्ट्र से अनुरोध किया कि वह इस कार्रवाई का संज्ञान ले। बीते 9 अप्रैल को एक वीडियो में जम्मू एवं कश्मीर के श्रीनगर में हिंसा के बीच उपचुनाव के दौरान बडगाम में पत्थरबाजों से निपटने के लिए एक युवक को सेना की जीप के बोनट से बंधा दिखाया गया था। बाद में युवक की पहचान फारूक अहमद डार के रूप में हुई थी। जम्मू एवं कश्मीर पुलिस ने गोगोई के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है, जिसकी जांच जारी है।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version