तमाड़: पारंपरिक जनी शिकार पर जा रही महिलाओं का ट्रैक्टर पलट जाने से दो महिलाओं की मौत हो गयी और 45 अन्य घायल हो गयीं। सोमवार को रांची से लगभग 65 किमी दूर राहे-सातकी रोड पर कतिडीह गांव के पास यह दुर्घटना हुई। मृतकों की पहचान जानकी देवी (55) और रीता देवी (23) के रूप में हुई। घायलों में शंका देवी, आरती देवी, रीना कुमारी, लालमुनी देवी, जोतीला देवी, बिरुला कुमारी, निशिला देवी, कोकिला कुमारी, दशमी देवी, चैती देवी, सुमति देवी, सबिया देवी, शुभम देवी, जयंती देवी, अनिता देवी, रंजनी देवी, चंद्रमणी देवी, सरस्वती देवी, रमीला कुमारी, संगीता कुमारी, कौशल्या देवी, माला कुमारी, सुषमा कुमारी, वैजंती कुमारी, अनीता देवी, बिंदु देवी, नुनी बारला, शिवानी देवी, माला देवी, शीला देवी, रुकू देवी, मुनी बाला सहित अन्य शामिल है।

सभी घायलों का इलाज रिम्स के आॅर्थो, सर्जरी, न्यूरोलॉजी विभाग में चल रहा है। रिम्स में घायलों को देखने पूर्व मंत्री सुदेश महतो पहुंचे, रिम्स निदेशक से मिलकर उन्होंने घायलों का बेहतर इलाज कराने को कहा। पुलिस के अनुसार एक ट्रैक्टर पर महिलाओं और लड़कियों का एक समूह जनी शिकार के लिए जा रहा था। 55 महिलाएं ट्रैक्टर ट्रॉली पर बैठी थीं। अचानक ट्रैक्टर का संतुलन बिगड़ गया। पुलिस बल 10 मिनट से कम समय पर वहां पहुंचा और बचाव कार्य शुरू हुआ। इसके बाद सभी घायलों को रिम्स भेज दिया गया। 13 घायलों का इलाज बुंडू के प्राथमिक उपचार केंद्र में किया गया। शीला ने बताया कि पारंपरिक हथियार से लैस होने की वजह से महिलाओं को खुद के हथियार से भी चोटें आयीं।

इलाज में कोताही बर्दाश्त नहीं: सुबोधकांत
बस हादसे के घायलों को देखने सोमवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय रिम्स पहुंचे। उन्होंने घायलों और मृतक के परिजनों को ढांढ़स बंधाया। मौके पर मौजूद रिम्स के डॉक्टरों को उन्होंने घायलों का सही रूप से इलाज करने को कहा।

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