रांची: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि सरकार झारखंड के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही है, लेकिन राज्य के विकास का सपना तभी पूरा होगा, जब यहां की महिलाएं शिक्षित और स्वावलंबी होंगी। सरकारी और निजी क्षेत्र के अलावे छोटी-छोटी योजना बना कर सरकार गरीबी को दूर भगाने का काम कर रही है। आप बेटा-बेटी में फर्क न समझें। बेटियों को भी बेटे की तरह पढ़ायें। पैसे की यदि दिक्कत हो, तो सरकार को पोस्टकार्ड लिख कर भेजें ंसरकार जिम्मेदारी उठायेगी। राज्य के विकास के लिए एक कदम आप चलें, सरकार चार कदम बढ़ायेगी। उन्होंने कहा कि अगले तीन माह के अंदर 23 हजार लोगों को विभिन्न निजी कंपनियों में बहाली की जायेगी। इसकी तैयारियां कर ली गयी हैं। मोमेंट्म झारखंड के दौरान कई कंपनियों के साथ एमओयू किया गया था।

अब इसके लिए भूमि पूजन किया जा रहा है। सरकार कौशल विकास के जरिये गांवों के लोगों को उनके गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में काम कर रही है। श्री दास शुक्रवार को बोड़ेया चौक स्थित मंडा पूजा समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार समाज के प्रत्येक तबके के विकास के लिए काम कर रही है। सरकार की सोच सकारात्मक है। इसलिए यहां के लोगों को नौकरी मिले, इसी सार्थक उद्देश्य के साथ स्थानीय नीति बनायी गयी है।

चौदह साल में किसी भी सरकार ने स्थानीय नीति का निर्माण नहीं किया। स्थानीय नीति के नाम पर सिर्फ राजनीति की गयी। मगर, हमारी सरकार सबका साथ सबका विकास के मन्त्र के साथ चल रही है। उन्होंने कहा कि 2019 तक सभी लोगों को घर देने की योजना सरकार ने तय की है। विधवाओं को घर उपलब्ध कराया जायेगा। कहा कि पढ़ाई के लिए लोन लेने पर सरकार बैंक में खुद गारंटर बनेगी। पंचायत सचिवालय में पंद्रह-पंद्रह युवाओं का चयन किया जा रहा है। विलेज कोआॅडिनेटर या ब्लॉक कोआॅर्डिनेटर के लिए आवेदन दे सकते हैं।
श्री दास ने कहा कि झारखंड आने वाले कुछ सालों में विकसित राज्यों की कतार में खड़ा होगा।

पांच सौ बसों का परिचालन शुरू करायेगी सरकार 

सीएम रघुवर दास ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में परिवहन व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए सरकार पांच सौ बसों का परिचालन शुरू करायेगी। युवक-युतियां ड्राइविंग सीख कर इसमें योगदान दे सकते हैं। ड्राइविंग के बाद बस खरीदने के लिए सरकार 50 प्रतिशत की सब्सिडी भी देगी। लोन दिलाने में भी मदद करेगी। उन्होंने पतरातू घाटी में नगड़ी के बाराती गाड़ी पलटने का जिक्र करते हुए कहा कि निजी बस संचालक भेड़-बकरी की तरह ठूस कर सवारी बैठाते हैं। इससे आये दिन दुर्घटना होती रहती है। बसों के परिचालन से इस समस्या से निजात मिलेगी। वहीं  रोजगार के अवसर भी सुलभ होंगे। उन्होंने गांव के लोगों द्वारा दूल्हे के परिवार का बहिष्कार करने और पैसे मांगने का उल्लेख करते हुए कहा कि हमें रूढ़ीवादी परंपरा को बदलना है। दुर्घटना एक संयोग है। इसमें किसी का दोष नहीं होता। इस बात पर समाज को ध्यान रखना चाहिए।

अनाथ, बुजुर्ग और विधवा को दी जायेगी मदद
सीएम ने कहा कि सर्वे के अनुसार झारखंड में 18 हजार अनाथ बच्चे हैं। सरकार 15 साल से कम उम्र के बच्चों को पढ़ायेगी। इससे ऊपर वालों को स्किल्ड कर रोजगार से जोड़ा जायेगा। बुजुर्गों को पेंशन दी जायेगी। विधावाओं को सरकार घर देगी।

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